बिना टोल रसीद दिये राजस्व का नुकसान के मामले में दो कर्मचारी हिरासत में
उदयपुर। राजस्व को नुकसान पहँचाकर अपनी जेब भरने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आज खान एंव भू विज्ञान विभाग के एक टोल नाके पर कार्यवाही कर अवैध रूप से वसूली गई राशि करीब 15 हजार रूपये बरामद की तथा दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। ब्यूरो की इस कार्यवाही को ग्रामीणों की मौजूदगी में किये जाने से दिन भर वहाँ गहमा गहमी बनी रही।
पुलिस महानिरीक्षक ब्यूरो टी. सी. डामोर ने बताया कि खान व भू विज्ञान विभाग द्वारा बंजरी से भरी ट्रकों को ले जाने के लिये कुराबड़ के नजदीक खरका स्थित हरियाव, कराकली एंव बम्बोरा में टोल नाके स्थापित किये गये है। ब्यूरों को लम्बे समय से कर्मचारियों द्वारा राजस्व को नुकसान पहुंचाकर बिना टोल वसूले ट्रकों के परिवहन किये जाने की शिकायतें मिल रही थी। अपर पुलिस अधीक्षक (एसीबी) राजेन्द्र प्रसाद गोयल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया तथा सुबह 6:45 पर टीम खरका स्थित हरियाव नाके पर पहुंची और शिकायत का सत्यापन किया। इस दौरान वहाँ खड़ी कई ट्रक ड्राईवरों ने बताया कि वह टोल देना चाहते है और देते है फिर भी उन्हें रसीद नही दी जाती।
इस पर ब्यूरो ने एक ट्रक ड्राईवर को 250 रूपये दिये और नाके पर भेजा। ट्रक के जाने के बाद जब जाँच की गई तब वहाँ कई अनियमितताएं पाई गई। ब्यूरों ने टेबल की दराज से 51,160 रूपये, पास में बनी देवीलाल मेघवाल की दुकान के पास रखे लोहे के एक डिब्बे से 55,100 रूपये और कार्यालय में रखे पलंग के नीचे रखे 6050 और रबर में बंधे 4950 रूपये बरामद हुए।
रात्रि पारी में गये नाकेद्वारा 47070 रूपये छोडे जाने और आज की वसूली के रूप में प्राप्त राशि 56060 रूपये के साथ कुल राशि 1,03,130 के अनुपात में कुल राशि 1,17,710 रूपये मौके से प्राप्त हुई। अधिक राशि 14,580 रूपये के बारे में कर्मचारी कोई सन्तोषप्रद जबाव नही दे पाए। ट्रक ड्राईवर को दिये गये नोट भी अन्य जगह से बरामद हुये। ब्यूरों ने राशि लेकर भी रसीद नही दिये जाने और राजस्व का नुकसान करने के मामले में गणेशनगर निवासी प्रहलाद सिंह एंव पानेरियों की मादडी निवासी डालचन्द मेनारिया को हिरासत में लिया है।
एएसपी गोयल ने बताया कि टोल नाके से प्रतिदिन 400 से 500 ट्रक बजरी लेकर गुजरत है तथा मौजूद नाकेदार निर्धारित राशि नही वसूल की आधी राशि में बिना वसूली ट्रेक छोड़ दत है जिससे राजस्व का नुकसान होता है। आज की कार्यवाही में प्राप्त अवैध राशि की अगर रसीदें कटी होती तो राजस्व को करीब दुगुने से अधिक राशि प्राप्त होती। ब्यूरो की कार्यवाही के दौरान टीम में सी आई राजेन्द्रसिंह जैन, हेड कास्टेबल हिम्मत सिंह, जितेन्द्र सनाढ्य, रामवतार, विक्रम सिंह आदि शामिल थे।