उदयपुर। राज्य बजट में जहां उदयपुर को न तो बी-2 श्रेणी का दर्जा मिला और न ही नगर निगम। इससे आक्रोशित होकर मेवाड़ की उपेक्षा को लेकर शहरवासियों ने अपने-अपने स्तर पर विरोध जताया।
एक ओर जहां अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया वहीं भाजपा नेताओं ने जिला कलक्ट र को इस सम्बान्ध में ज्ञापन दिया। देहात भाजपा ने क्षेत्र में आदिवासी विश्व विद्यालय का नाम भीलू राणा पूंजा या गोविंद गुरु के नाम पर रखने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।
अधिवक्ता ओं ने भी कोर्ट परिसर में काली पट्टी बांधकर कार्य किया। बार एसोसिएशन ने सभी अधिवक्ता ओं को विरोध का कारण बताते हुए कालीपट्टी बांधी।
पूर्व विधानसभाध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पूर्व भाजपा सांसद महावीर भगोरा, देहात जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल भाणावत, जिला महामंत्री रोशन लाल जैन, देहात प्रवक्ता वीरेन्द्र सिंह सोलंकी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उदयपुर में ट्राईबल विश्वविद्यालय खोले जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय का नाम राजीव गांधी ट्राईबल विश्वविद्यालय रखे जाने का घोर विरोध करते हुए कहा कि पिछड़े जनजाति क्षेत्र के आदिवासियों द्वारा नये खुलने वाले ट्राईबल विश्वविद्यालय का नाम मेवाड़ के वीर शिरोमणी भीलूराणा पूंजा या आदिवासियों के आराध्य गोविन्द गुरू के नाम पर रखा जाना ही स्वीकार किया जायेगा।