उदयपुर। खालसा पंथ का स्थापना दिवस बैसाखी के रूप में शहर के गुरुद्वारों में धूमधाम से मनाया गया। बैसाखी पर्व गेहूं की फसल कट जाने पर भी मनाया जाता है। गुरुद्वारों में सजावट की गई वहीं अखंड पाठ के समापन हुए।
सिख कॉलोनी स्थित सचखण्डर दरबार में तजेन्द्र सिंह रोबिन ने बताया कि सुबह अखंड पाठ साहब की समाप्ति के बाद निशान साहब का चोला बदला गया। फिर दीवान हुए जिसमें ज्ञानी अजीतसिंह ने गुरुदेव की जीवनी पर प्रकाश डाला। लुधियाना वाले जसबीरसिंह के जत्थे ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया। यहां रक्तयदान शिविर भी लगाया गया जिसमें रक्तरदाता रवीन्द्रकपालसिंह कप्पूद के नेतृत्व में कई युवाओं ने रक्तकदान किया। उसके बाद लंगर आयोजन हुआ। इसी प्रकार सेक्टर 11 स्थित गुरुद्वारा गुरु अरजन दरबार, शास्त्री सर्किल स्थित गुरुद्वारा सिंग सभा आदि में भी इसी प्रकार विविध आयोजन हुए।