उदयपुर। .. अंजामें गुलिस्तां क्याह होगा? शायर की ये पंक्तियां इन साहब को देखकर यही याद दिला रही है। जब खाकी ही इस हालत में हो तो शहर की सुरक्षा और चाक-चौबंद की बात तो क्या कहें? हो सकता है कि उक्त व्यक्ति की निजी परेशानियां हों लेकिन जब बदन पर खाकी का लिबास आ गया तो कुछ तो ध्यान रखना ही चाहिए।
यह चित्र है सूरजपोल का जहां ये साहब नशे में धुत्तं होकर जा रहे थे। एक दुकान के बाहर दुपहिया वाहन का सहारा लिया और खडे़ हो गए। नशे में इतने मस्त थे कि पता ही नहीं चला और वहीं गुढ़क गए। फिर दुकान के बाहर बैठ गए। इनकी ड्यूटी पुलिस लाइन में बताई गई है।
Anjame Gulista Ye Hoga Ki
1. Hotel Leela Palace 1 Lakh Ki Chori
2. Sec 4 Me 10 Lakh Ki Chori
3. Na jane kitne hi chain chori
thanx a lot Rahul..
aapka response hamare liye prerna hai.
Sunil bhai aakhir kya kar sach bolna hi pada