सुविवि के स्वर्ण जयन्ती व्याख्यान में वित्त मंत्री ने कहा
उदयपुर। केन्द्रीय वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि देश की जनता की मजबूत इच्छा शक्ति, प्रगति की ओर बढ़ने की ललक और निडरता से लगातार काम करने की आदत के कारण ही भारत एक सशक्तब लोकतन्त्र के रुप में विश्व पटल पर खडा हुआ है। मुखर्जी शनिवार को मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित स्वर्ण जयन्ती व्या्ख्यान कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मी्र और पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकवादियों की धमकियों के बावजूद जनता ने निडरता के साथ चुनावों में भाग लिया और लोकतान्त्रिक सरकारों के गठन में अपनी भूमिका का निर्वहन करके यह साबित कर दिया कि भारत की जनता बेजोड और अद्भुत इच्छान शक्ति से लबरेज है।
युवा काल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल में भीषण अकाल पडा था लोगों के पास खाने को अन्नय नहीं था। लोगों की क्रय क्षमता समाप्त हो गई थी। हमने वह बेहद खराब दौर देखा लेकिन आज हमारा सिर गर्व से उठ जाता है कि भारत सबसे बडा अन्न निर्यातक देश है। यह सब हमारे नीति निर्माताओं और देश के मेहनतकश किसानों के परिश्रम का परिणाम है। इसके लिए वित्तमंत्री ने भारत के किसानों को बधाई दी।
उन्होंिने चिन्ता् जताते हुए कहा कि संसद में शोर शराबा होता है, अध्यखक्ष सदन की कार्यवाही को बार बार स्थगित भी करते है। यह सब ठीक नहीं है। विरोध होना चाहिए। लोकतन्त्रि में विरोध करने का सबको हक है लेकिन आप दूसरों के बोलने की आजादी नहीं छीन सकते। यदि कोई दूसरों के बोलने की आजादी छीनेगा तो यह स्वीकार्य नहीं होगा। गतिरोध के साथ स्वोस्थ चर्चा भी होती है। हमारे सांसद गम्भीगर चर्चाएं करते है और यही हमारे लोकतंत्र की मजबूती है। उन्होंीने कहा कि देश के समक्ष कई चुनौतियां है, लेकिन उन सबका हमें मिलकर मुकाबला करना है। इसमे उन्होंने सुखाडिया विवि के शिक्षकों का सहयोग मांगा।
उन्होंने आधुनिक राजस्थाखन के निर्माता मोहनलाल सुखाडिया का स्ममरण करते हुए कहा कि वे देश के ऐसे राजनेता थे जिन्हों्ने कम उम्र में श्रेष्ठा राजनीतिक उपलब्धियां अर्जित की। उन्होंने अपने विजन से नए राजस्थान का निर्माण किया। इस अवसर पर केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री डा सीपी जोशी, चित्तौडगढ सांसद डा गिरिजा व्यास और प्रदेश के जनजाति विकास मन्त्री महेन्द्र जीत सिंह मालविया ने वित्तमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी इस यात्रा से मेवाड़ अभिभूत है।
सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो इन्द्रवर्द्धन त्रिवेदी ने मुखर्जी का स्वागत करते हुए वित्तमंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि विश्वविद्यालय को एक मल्टी मीडिया प्रयोगशाला की आवश्यकता है जो विद्यार्थियों की शोध जरुरतों को पूरा किया जा सके। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों में प्रदेश के खेलराज्य मन्त्री मांगीलाल गरासिया, विधायक सज्जन कटारा और बोम सदस्य प्रदीप सिंह शामिल थे। इस अवसर पर विशिष्ट उपलब्धियों के लिए सुविवि के चित्रकला विभाग के पूर्व अध्यंक्ष सुरेश शर्मा और पूर्व विदेश सचिव जगत मेहता को मुखर्जी ने सम्माकनित किया। जगत मेहता के स्वास्थ्य कारणों से नहीं आने के कारण उनका सम्मान विजय मेहता ने ग्रहण किया। संचालन डा कनिका शर्मा ने किया।
व्याख्यान कार्यक्रम से पूर्व वित्तमन्त्री ने सुखाडिया विश्व विद्यालय द्वारा निर्मित भव्य स्वार्ण जयन्ती द्वार का लोकार्पण किया तथा इस द्वार से विश्वतविद्यालय तक बनने वाले सड़क का शिलान्यास किया।