भारतीय लायन्स परिसंघ द्वारा कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में स्लोगन लेखन प्रतियोगिता
उदयपुर। भारतीय लायन्स परिसंघ द्वारा महाराणा भूपाल सार्वजनिक चिकित्सालय में छाछ वितरण एंव कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में आयोजित स्लोगन लेखन प्रतियोगिता के चौथें दिन कल के दो स्लोगन लेखन विजताओं प्रथम हेमलता वैष्णव व द्वितीय भीण्डर के विपिन बिहारी उपाध्याय को मुख्य अतिथि अनिल बाहेती व विशिष्ठ अतिथि महेशाश्रम के संचालक देवेन्द्र अग्रवाल ने पुरूस्कृत किया।
हेमलता वैष्णव ने अपने स्लोगन लेखन में लिखा कि बेटियंा हिन्दुस्तान की शान है,बेटी को बचाना हमारी आन है,बेटियंा है एक अनमोल रत्न,करों इसका लाखों जतन,बेटी एक ऐसी देवी है,जिसकी पूजा करें सारा वतन। इसी प्रकार द्वितीय विजेता विपिन बिहारी उपाध्याय ने लिखा कि बेटी रात का तारा है सुबह का हीरा है,वह शबनम की बूंद है,जिससे कांटो का कलेवर सजता है,रात बिजी और दिन उदास है।
परिसंघ की प्रणिता तलेसरा ने बताया कि इससे पूर्व आज महाराणा प्रताप की 472 वीं जयन्ती के अवसर पर आज आयोजित एक समारोह में महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कविता पाठ आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने प्रताप के शोर्य की गाथा में कहा कि थके नहीं, बिके नहीं, रूके नहीं, झूके नहीं। यो लड्यो घणो, सह्यो घणो,मेवाड़ी मान बचावण ने आज बिलखतो देखूं राजकंवर ने, रोटी ने भूलो है हिन्दुस्तानी,चोटी में। इस अवसर पर चित्तौडग़ढ़ के मोहम्मद हातिम ने कहा कि चढ़ चेतक पर तलवार उठा, रखता था भूतल पर पानी को, राणा प्रताप काट-काट कर करता था सफल जवानी को। कार्यक्रम में सत्यनारायण माहेश्वरी ने भी प्रताप जयंती पर विचार व्यक्त किये।