संभाग में बड़ोदिया की वैशाली लाई खुशहाली, बारहवीं कला बोर्ड परीक्षा मेरिट में सातवें स्थान पर
बांसवाड़ा। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की बारहवी कक्षा के कलावर्ग में राजस्थान राज्य वरीयता सूची में सातवा स्थान हांसिल कर बड़ोदिया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा सुश्री वैशाली जोशी ने संभाग को नई सदी की दूसरी दशाब्दी का सबसे बेहतरीन तोहफा दिया है। बेटी ने वागड़ का ही नहीं संभाग के तालीम जगत का मान बढ़ाकर साबित कर दिया कि बेटियों में लक्ष्मी ही नहीं साक्षात सरस्वती का वास है।
लंबे अंतराल के बाद वागड़ में बारहवीं कक्षा में किसी सरकारी स्कूल की छात्रा ने राज्य वरीयता में स्थान बनाया है। यह भी उपलब्धि है कि किसी सरकारी स्कूल में अध्ययन करने वाली छात्रा ने यह गौरव हासिल किया है। वैशाली ने 92 प्रतिशत अंक लेकर राज्य वरियता में सातवां स्थान प्राप्त किया है।
मध्यम वर्गीय त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण परिवार में जन्मी और पली-बढ़ी वैशाली के पिता विनोद जोशी तृतीय श्रेणी अध्यापक है और माता प्रतीक्षा जोशी गृहिणी। लगन और मेहतन के साथ अपने लक्ष्य को पूरे मनोयोग से पाने के संस्कार वैशाली को विरासत में मिले है। वैशाली के दादा भोगीलाल जोशी व दादी महालक्ष्मी भी संघर्षमय जीवन जीते आए हैं।
प्रतिदिन पांच से छ: घंटे स्वाध्याय करने वाली प्रतीक्षा को इस सफलता का पूरा यकीन था। सरकारी स्कूल में पढक़र इस उपलब्धि को हासिल करते हुए प्रतीक्षा को बेहद खुशी है। इस उपलब्धि का श्रेय आराध्या माँ नन्दिनी दैवी की कृपा, माता-पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद के साथ वे अपनी लगन से की गई मेहनत को देती है। भविष्य में प्रशासनिक सेवा की अधिकारी बन कर समाज व देश की सेवा पूरी ईमानदारी से करने की इच्छुक वैशाली अपने सहपाठियों और भविष्य में इस दर्जे तक आने वाले विद्यार्थियों को संदेश देती हुई कहती है कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप परिश्रम किया जाए और ईश्वर के प्रति अगाध आस्था हो तो सफलता में लेशमात्र भी संशय नहीं है।