सुनहरा राजस्थान की दूसरी वर्षगांठ
उदयपुर। देश-विदेश में राजस्थानियों का प्रतिनिधित्वं कर और उनके बीच वैचारिक सेतु बनकर उभरे सुनहरा राजस्थान अखबार ने बहुत कम समय में अपनी व्यापक पहचान बनाई है। दो साल पहले इस साप्ताहिक समाचार पत्र ने राजस्थान के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवेश के साथ दुनिया भर के राजस्थानियों को जोडऩे का जो अभियान शुरू किया, वह गुजरते समय के साथ भावात्मक संबंधो को नई पहचान देने में कामयाब होता आ रहा है। ये विचार अखबार के दो वर्ष पूर्ण होने पर जयपुर के होटल लक्ष्मी विलास में आयोजित कार्यक्रम में अखबार के संपादक अनिल लोढ़ा ने व्यक्त किए।
पहले ही साल में एक साथ चार जगहों से लांच होकर इस अखबार ने देशभर में राजस्थानियों को सामाजिक और सांस्कृतिक रिश्तों से जोडऩे का जो प्रयास किया उसकी महक धीरे—धीरे साते समंदर पार फैलने लगी है। आज वह उन्हें अपनी माटी से जोड़े रखने में अहम भूमिका निभा रहा है।
बीते दो साल की उपलब्धियों के साथ भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंकने बताया कि यह नया साल इस अखबार के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि विस्तार कार्ययोजना पर काम करते हुए यह अखबार जल्द ही विश्व के अन्य देशों में बसे राजस्थानियों को जोडऩे के संकल्प के साथ अपने नए संस्करण शुरु करेगा। सुनहरा राजस्थान समाचार पत्र राजस्थानियों के प्रतिनिधि अखबार के रुप में सामने आया है, जिसने यहां की सौंधी मिट्टी की महक को दुनिया भर में फैलाया है। यहां की सांस्कृतिक विरासत को देश-विदेश में एक नई पहचान ही नहीं दिलाई बलिक पत्रकारिता के क्षेत्र में भी नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। यही वजह है कि अल्प समय में ही यह अखबार राजस्थानियों की आवाज बनकर उनकी भावनाओं को अभिव्यक्ति दे रहा है।