हर्षोल्लास से मनी वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 472 वीं जयंती
हर कोई एक दिखा प्रताप के नाम पर
उदयपुर। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महाराणा प्रताप की जयंती पर प्रताप की धरा पर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। महाराणा प्रताप के बारे में कुछ जानकारी देना या कहना सूरज को दीया दिखाने के समान है। वे यहां सुखाडि़या रंगमंच पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 472 वीं जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 472 सालों के बाद भी प्रताप आज ना सिर्फ जिन्दा है बल्कि हमें जीने की आस बन्धाते हैं। गुलामी को इस देश ने कभी स्वीकार नही किया और इंसान तो इंसान चेतक तक लड़ता रहा यह इस देश का स्वाभिमान है। देश के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने श्वेत क्रांति में मिसाल कायम की है। केन्द्र सरकार को चाहिए कि इसी तर्ज पर आमजन को हर क्षेत्र में लाभान्वित करते हुए उनके लिए व्यापक सुविधाएं मुहैया करवा मिसाल कायम करे।
उन्होंने गुजरात से प्रताप का रिश्ताभ चेटक के माध्यउम से जोड़ा। उन्होंोने कहा कि चेटक अश्वर की माता गुजरात की थीं। इसलिए गुजरात किसी भी प्रकार प्रताप से अछूता नहीं रह सकता। वहां अश्वमपालकों को आज भी चेटक के बलिदान की कथाएं सुनाई जाती हैं। समारोह में थाणा के मनोहर सिंह कृष्णावत, घनश्याबमसिंह कृष्णाईवत, प्रेमसिंह शक्तावत, धर्मनारायण जोशी, तेजसिंह बान्सी, शक्तिसिंह कारोही, सभापति रजनी डांगी, उपसभापति महेन्द्रासिंह शेखावत, नीलिमा सुखाडिय़ा, क्षत्रिय महासभा संस्थान, विभिन्न समाजों संगठनों के पदाधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी सहित शहर के सभी महाराणा प्रताप के अनुयायी उपस्थित थे।
इससे पूर्व मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान द्वारा आज महाराणा प्रताप की जयंती समारोह में सुबह 7 बजे मोती मगरी स्थित प्रताप स्मारक पर सर्व समाज व संगठनों ने महाराणा प्रताप एवं उनके सहयोगियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण, पुष्प वर्षा एवं पूजा अर्चना कर पारम्परिक रस्म अदा की।
तत्पश्चात् सर्व समाज की सहभागिता के साथ प्रताप की गौरवमया गाथाओं व राष्ट्र प्रेम की भावनाओं के लिए शोभायात्रा का आगाज हुआ। शोभायात्रा में विभिन्न समाज संगठनों सहित नगर के सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया जिसमें प्रताप के जीवन पर आधारित कई झांकियां, मेवाड़ का ध्वज लहराता हुआ गज, ऊँट, पापम्परिक रूप में प्रताप के सहयोगि योद्धाओं, शूरवीरों की पोशाकों से सजे-धजे 21 अश्व सवारों की टुकड़ी, प्रताप की गौरव गाथाओं का बखान करते स्वर लहरी बैण्ड, दो-दो पंक्ति में 200 से अधिक दुपहिया वाहन, खुली जीप में प्रताप की आदमकद प्रतिमा एवं मार्ग में जगह-जगह मौजूद स्वागतकर्ताओं द्वारा शोभायात्रा का पुष्पहार, पुष्पवर्षा से स्वागत ने शोभायात्रा को अविस्मरणीय बनाया। शोभायात्रा शहर के समस्त प्रमुख मार्गों से होती हुई टाऊन हॉल के सुखाडिय़ा सभागार पहुंचकर प्रताप जयंती के मुख्य समारोह में परिवर्तित हुई। समारोह में स्वागत उद्धबोधन प्रेमसिंह शक्तावत ने दिया।
जे.एम. खान सम्मानित
बुधवार रात सजीव सेवा समिति एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप सम्मान कोष के तहत पूर्व संध्या पर आयोजित मेवाड़ गौरव अलंकरण समारोह में ‘महाराणा प्रताप सम्मान 2012’ जे. एम. खान पूर्व अध्यक्ष राजस्थान लोकसेवा आयोग जयपुर को प्रदान किया गया।
photo & news : रवि मल्होत्रा
Mr MODI take charge of Rajasthan ,we need you bcoz , no one able in Rajasthan , bad luck of rajasthani.
maharana pratap was the great freedom fighter and he is great freedom fighter and will be great freedom fighter because a Rajput can not accept caged