उदयपुर। पेट्रोल मूल्य वृद्धि के विरोध में भाजपा सहित अन्य दलों के आह्वान पर भारत बंद के तहत गुरुवार को उदयपुर स्वत: स्फूर्त बंद सफल रहा। चूंकि 4 दिन पहले से बंद की घोषणा हो चुकी थी, इसलिए हर कोई बंद के लिए तैयार था।
विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने पहले ही बंद को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी इस वजह से दुकानें पूर्ण बंद रहीं। लोग चाय-पान के लिए भी तरस गए। यहां तक कि गली-मोहल्लों में भी दुकानें बंद ही रहीं। हालांकि गर्मी के कारण सुबह 12 बजे बाद तो सड़कों पर वीरानी सी छा गई। न तो बंद कराने वाले दिखे और न ही कोई चहल-पहल रही। सुबह भाजपा कार्यकर्ता सूरजपोल चौकी के पास एकत्र हुए। चौराहे पर टायर जलाकर विरोध जताया गया। कुछ कार्यकर्ताओं ने बस स्टैण्ड से निकलने वाली बसों को रोका भी..। हालांकि जयपुर इंटरसिटी समय पर गई। भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताएं हर बार की तरह उदियापोल स्थित कॉम्पलेक्स के बाहर एकत्र हुईं। किरण जैन, अलका मूंदड़ा, अर्चना शर्मा, हंसा माली आदि ने नारेबाजी की। बंद कराने विधायक गुलाबचंद कटारिया भी निकले। उनके साथ प्रमोद सामर, मांगीलाल जोशी, चंचल अग्रवाल सहित कई अन्य नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।
स्कूल-कॉलेज में वैसे ही छुट्टियां हैं, इसलिए शिक्षण संस्थाओं का आज कोई झमेला नहीं रहा। कुछ सरकारी दफ्तरों को जबरन बंद कराने को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ छुटपुट झड़प जरूर हुई। बैंकों को खुलने ही नहीं दिया गया। गांवों से आने वाली बसें भीड़ नहीं होने के कारण आई ही नहीं। सवीना स्थित कृषि उपज मंडी में बिलकुल सूनापन रहा। दिहाड़ी मजदूर वहीं बैठकर ताश खेलते दिखाई दिए।
लोगों ने घरों में ही बैठकर कूलर, एसी की हवा में टीवी का आनंद लिया तो किसी ने अपना क्लोंजिंग के कारण अपना ऑफिस का काम घर पर बैठकर किया। युवाओं ने हालांकि बाहर जाने का कार्यक्रम बनाया लेकिन गर्मी के कारण सारे प्रोग्राम चौपट हो गए।
some more pics by Upesh bhatt
Last Bandh Report —-
The bandh is estimated to have cost the nation close to Rs 13,000 crore in terms of GDP loss,” industry chamber FICCI said in a statement. Another industry body Assocham put the losses at Rs 10,000 crore, while CII pegged it at Rs 3,000 crore.
सर बिलकुल सही बात है, जनता को यह भी मालूम है कि नुकसान अपना ही होगा..फिर भी बंद को भारी समर्थन…