केन्द्रीय खेल राज्यमंत्री ने किया भारत केसरी दंगल का उद्घाटन
उदयपुर। केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री अजय माकन ने कहा कि भारत में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है । आवश्यकता इस बात की है कि खेलों का यदि प्रबंधन सही तरीके से हो। अगर ऐसा हो जाए तो भारत दुनिया के उन 10 देशों की श्रेणी में आ सकता है जिनका खेलों पर एकाधिकार है।
वे शुक्रवार को उदयपुर शहर के मल्लतलाई स्थित चतुर्भुज हनुमान राष्ट्रीय व्यायामशाला में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 20वीं पुण्यतिथि पर आयोजित प्रथम विराट भारत केसरी दंगल एवं द्वितीय राजस्थान केसरी दंगल के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस पारम्परिक खेल कुश्ती दंगल से राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय खिलाडी सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि हाल ही संसद में पेश खेल विधेयक से खिलाडि़यों को कई सुविधाएं मिलेगी और उन्हें राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय ने खेलों से जुडे व्यक्ति नहीं होने से खेलों का उनकी सोच के अनुसार विकास नहीं हो पाया है। उन्होंने घोषणा की कि उदयपुर में कुश्ती के लिए गद्दे शीघ्र उपलब्ध करवाये जाएंगे।
विशिष्टय अतिथि युवा मामलात एवं खेल राज्यमंत्री मांगीलाल गरासिया ने कहा कि उदयपुर में दो राष्ट्रीय स्तर के युवा सम्मेलन आयोजित होने से उदयपुर की पहचान देश दुनिया में हुई है। उन्होंने कहा कि उदयपुर में आयोजित हो रही प्रथम विराट भारतीय केसरी दंगल से कुश्ती खेल के क्षेत्र में नये आयाम जुडेंगे।
सांसद रघुवीरसिंह मीणा ने भामाशाहों एवं इस खेल को आगे बढाने में मदद करने वालों का धन्यवाद दिया। मुख्य अतिथि ने अन्तर्राष्ट्रीय कोच कैलाश पालीवाल की उपस्थिति में दलवीर हाथी एवं भरत कुमावत के बीच मुकाबला शुरु करवाकर केसरी दंगल की शुरुआत की। उन्होंने राजीव गांधी की तस्वीर पर एवं हनुमान की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। तीन दिवसीय इस केसरी दंगल के उद्घाटन समारोह में समाजसेवी गणेश मेघवाल, के.के.शर्मा, घनश्यामसिंह कृष्णावत, नीलिमा सुखाडि़या, दलपत सुराना, कौशल नागदा सहित देश भर से आये पहलवान, उस्ताद एवं कोच उपस्थित थे।