आम जनता का सहयोग जरूरी
एक लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे
उदयपुर। वेदान्ता समूह की जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने आज विश्वस पर्यावरण दिवस पर रामपुरा-आगूचा में पौधरोपण महाअभियान की शुरूआत नीम, शीशम, अशोक, पाम आदि के पौधे लगाकर की गई। भीलवाड़ा के जिला कलक्टर ओंकार सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक का पौधारोपण महाअभियान देश के लिए एक मिसाल है।
यह अनोखा पौधरोपण अभियान है जहां एक लाख से अधिक पौधे लगाने व उनकी देखरेख शामिल है। सिंह ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य के लिए सरकार जमीन उपलब्ध कराने के लिए भी तैयार है, जहां हिन्दुस्तान जिंक पौधारोपण करेगा एवं उसकी देखरेख करे, राजस्थान सरकार के ‘हरित राजस्थान’ कार्यक्रम को सफल बनाएं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सपना है कि राज्य में हरित क्रान्ति लाई जाए। सिंह ने कहा कि जब मैं राजसमंद जिला कलक्टर था तब भी हिन्दुस्तान जिंक ने दरीबा से फतहनगर तक पक्की सडक़ का निर्माण कराया था। सिंह ने बताया कि खदानों के आसपास जो वेस्ट/मल्बा पड़ा है, उस पर अधिकाधिक पौधरोपण करके हिन्दुस्तान जिंक ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाई है। इस महाअभियान में आम जनता का भी सहयोग अति आवश्यकक है।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक ने विश्व पर्यावरण दिवस पर इस महाअभियान वृक्षारोपण की शुरूआत की है तथा हिन्दुस्तान जिंक इस महाअभियान के तहत एक लाख से अधिक पौधे लगायेगा। मात्र रामपुरा आगूचा खदान में 70,000 पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 45 डिग्री तापमान पर पौधारोपण करना एक चुनौती है और हम इस चुनौती को स्वीकार कर हिन्दुस्तान दूसरी कंपनियों के सामने उदाहरण पेश करेगा। हिन्दुस्तान जिंक पौधरोपण के बाद पौधों की देखरेख पूर्ण जिम्मेदारी से करेगा। हिन्दुस्तान जिंक पर्यावरण संरक्षण के प्रति सदैव सजग एवं कटिबद्ध रहा है। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर ने हमे जो जिम्मेदारी दी है, हम उसे सहर्ष स्वीकार करते हैं एवं उनसे आग्रह करते है कि वे जल्दी से जल्दी जमीन उपलब्ध कराएं जहां हम पौधरोपण करेंगे। जीवन को सफल बनाने के लिए कृषि और उद्योगों का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति से हम जो प्राप्त करते है, उसे वापिस भी करना चाहिए। हिन्दुस्तान जिंक अपने सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से इकाइयों के आसपास लोगों की उन्नति एवं विकास का कार्य केन्द्र एवं राजस्थान सरकार के साथ मिलकर पूरा कर रहा है।
वन अधिकारी एल. एन. राणावत ने कहा कि हमे ग्रीन इकोनोमी को अपनाना चाहिए। राणावत ने बताया कि सरकारी नीति के तहत 33 प्रतिशत वन होना चाहिए जबकि राजस्थान में मात्र 7 प्रतिशत ही वन है। उन्होंने आव्हान किया कि राज्य सरकार की वन नीति के अनुकूल उद्योगों को गैर-वन योग्य भूमि पर तथा सडक़ों के आसपास, घरों तथा उद्योगों के आसपास अधिक से अधिक वनों का विकास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक का पौधारोपण महाअभियान एक सराहनीय प्रयास है जिससे देश भर में एक स्ट्रांग मैसेज जाएगा।
हिन्दुस्तान जिंक के कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक इस पौधारोपण महाअभियान को आसपास के गांवों के सहयोग से पूरा करेगा। इस महाअभियान को हम सप्ताह के रूप में मना रहे हैं। इस अभियान को निजी एवं सार्वजनिक भागीदारी के तहत अधिक से अधिक लोगों को जोड़ कर सफल बनाएंगे।
हिन्दुस्तान जिंक रामपुरा आगुचा मजदूर खदान संघ के भागचंद चौधरी ने आव्हान किया कि भीलवाड़ा की जनता को गर्व होना चाहिए कि भीलवाड़ा जिले में एक विश्वर प्रसिद्ध उद्योग है जिससे विश्वा के मानचित्र पर भारत का नाम अंकित है।
हिन्दुस्तान जिंक की इकाई रामपुरा आगुचा खदान के इकाई प्रधान एल. एस. शेखावत ने हिन्दुस्तान जिंक के कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया तथा बताया कि इस पौधारोपण महाअभियान को सफल बनाने के लिए कर्मचारियों की अलग-अलग टीम बनाई जाएगी जो इन पौधों की देख रेख करेंगे तथा पौधों के संरक्षण की उनकी पूरी जिम्मेदारी होगी।
इस दौरान माइनिंग इंजीनियर अविनाश कुलदीप, गुलाबपुरा के एसडीएम हरिराम मीणा, हिन्दुस्तान जिंक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मानव संसाधन) एच. के. मेहता, हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।