महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन की कार्यशाला
उदयपुर। सिटी पैलेस स्थित महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर द्वारा शहर की ऐतिहासिक एवं प्राचीन धरोहर के संवद्र्धन, संरक्षण के उद्देश्य से किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी पर्यटकों को मिले, इस बाबत स्थानीय गाइडों की विशेष कार्यशाला हुई।
शनिवार को फाउण्डेशन के सभागार में महाराणा प्रताप विषय पर इतिहासविद एवं प्रोफेसर डॉ. चन्द्रशेखर शर्मा ने गाइडों को महाराणा प्रताप से संबंधित विभिन्न विषयों की जानकारी दी। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि डॉ. शर्मा ने गाइडों को महाराणा प्रताप की एक युद्धवीर के शख्स के रूप में ताज के कलंगी से लगाकर युद्धपुरूष प्रताप की जूतियों के नोंक तक संभाली जा रही जखीरों एवं हथियारों की जानकारी दी। महाराणा प्रताप कब, किस समय, किस आसन में अपने उपरखी अंगों से सजे वस्त्रों में से कहीं, कहां से हथियार निकाल लेते थे, उसकी जानकारी दुश्मनों के लिए पहेली बनी हुई थी। कार्यशाला में अभय सिंह शेखावत, अभिमन्यु सिंह कृष्णावत, अभिषेक सुहालका, अजय सिंह झाला, अजय सिंह चौहान, अजय शर्मा, अक्षयसिंह राव , आनन्द पुरोहित, आनन्द स्वरूप शर्मा, अनिरूद्ध सिंह सोलंकी, अरूण आचार्य, अरविंद सिंह शेखावत, अशोक अधिकारी, भंवर सिंह राणावत, भरत कुमावत, भूपेन्द्र सिंह राणावत, भूपेन्द्र सिंह हाडा, चन्द्रप्रकाश भट्ट आदि ने भाग लिया।