उदयपुर। पूर्व विदेश सचिव, झील संरक्षण समिति के अध्यक्ष, पद्मभूषण जगत मेहता ने समस्त नागरिकों से झीलों व जल की स्वच्छता बनाए रखने की अपील की है।
मेहता ने कहा कि मै वृद्धावस्था के कारण पैदल चलने में असमर्थ हूं अन्यथा वरना स्वयं चलकर झीलों मे कचरा नहीं फेंकने, अतिक्रमण नहीं करने, पानी बचाने की व्यक्तिश: अपील करता।
मेहता ने यह वक्तव्य झीलों की वर्तमान स्थिति से अवगत होने के बाद दिया। इससे पूर्व झील सरंक्षण समिति, डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट, चादपोल नागरिक समिति, ज्वाला जन जाग्रति संस्थान, झील हितैषी नागरिक मंच के तत्वावधान में झील प्रेमियो ने स्वरूप सागर क्षेत्र का निरीक्षण किया। दल में डॉ. तेज राजदान, अनिल मेहता, नन्दकिशोर शर्मा, तेजशंकर पालीवाल, भंवरसिंह राजावत, हाजी सरदार मोहम्मद, गोपालसिंह राजावत सम्मिलित थे।
लिंक केनाल की हालत खराब
स्वरूप सागर-फतहसागर लिंक केनाल मे जबरदस्त टूट फूट है तथा यह गंदगी से अटी पडी है। मुहाने पर बरसों से पाईप पडे़ हैं। नहर मुहाने पर दीवार टूटी है।
चारदीवारी टूटी
स्वरूप सागर की अम्बावगढ, नई पुलिया तरफ की दीवार जगह-जगह टूटी है जिससे कचरा अन्दर फैका जा रहा है।
नई पुलिया पर वेस्ट का ढेर
नई पुलिया के पास सैकडों टन कंस्ट्रयक्शमन वेस्ट पडा है, जिससे रास्ता तक संकडा हो गया है।