उदयपुर। समस्याओं के निराकरण करने में राज्य सरकार के असफल रहने पर अखिल विश्वविïद्यालय कर्मचारी महासंघ 21 जून से आंदोलन करेगा। इसके तहत काली पट्टी बांधा, ज्ञापन देना, प्रदर्शन करना आदि शामिल हैं।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष भरत व्यास ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि राज्य के विश्वविद्यालयों में गत 25 वर्ष से नियुक्तियां नहीं हुई हैं तथा रिक्त पदों को समाप्त किया जाता रहा है। सुचारू कार्य संचालन के लिए अस्थाई, अद्र्ध स्थायी व संविदा पर कार्मिकों को नियुक्त किया गया जिन्होंने भी 10 से 15 वर्ष की सेवाएं पूर्ण कर लीं। ऐसे कर्मचारियों को स्थायी किए जाने तथा आवश्यकतानुसार नये पद सृजित करने की मांग की गई है। एमओयू सहित अन्य माध्यमों से विश्वविद्यालय की स्वायत्तता शनै: शनै: समाप्त की जा रही है। पूर्व में समाप्त किए गए पद वापस सृजित किए जाएं तथा रिक्त पदों पर नियुक्तियों की स्वीकृति दी जाए ताकि बदहाल व्यवस्थाएं सुचारू हो सकें।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष पूर्व में 23 मार्च, 12 को विधानसभा पर प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री को स्मरण पत्र दिया गया था लेकिन अब तक राज्य सरकार तथा विश्वविद्यालय प्रशासन समस्याओं के निराकरण में विफल रहे हैं। आंदोलन का निर्णय गत दिनों अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में महासंघ की हुई बैठक में किया गया।
व्यास ने बताया कि आंदोलन के तहत 21 जून को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। फिर 6 जुलाई को जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। 13 जुलाई को एक घंटे का प्रदर्शन किया जाएगा। 20 व 21 जुलाई को पेन एवं टूलडाउन हड़ताल की जाएगी। 5 जुलाई से 4 अगस्त तक कार्यालय समय के बाद कोई कार्य नहीं किया जाएगा और 6 अगस्त से 14 अगस्त तक क्रमिक अनशन किया जाएगा। इसके बावजूद कार्यवाही नहीं होने पर महासंघ के पदाधिकारियों ने आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।