उदयपुर। आलोक संस्थान का 46 वां स्थापना दिवस हिरण मगरी के व्यास सभागार में मनाया गया। संस्थान की स्थापना 29 जून 1967 को हुई थी। अध्यक्षता करते हुए चेयरमेन श्यामलाल कुमावत ने कहा कि मैं सभी विद्यार्थियों व अध्यापकों को बधाई देता हूं।
खुद को भी किसान मानकर बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण कर उन्हें पल्लावित करना चाहता हूं। मुख्य अतिथि निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि चुनौतियों का सामना करने का साहस जो व्यक्ति करता है वही व्यक्ति अपने जीवन में सफलता के शिखर को छूता है। श्रम और कड़ा परिश्रम ही मनुष्यव को उच्च बनाता है।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां सरस्वती के चरणों में वन्दन कर कार्यक्रम का आरम्भ किया। तत्पश्चांत् गणेश वन्दना प्रस्तुत की गई। किड्स प्लेनेट की नन्हीं बालिकाओं द्वारा सुंदर गीत पर सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी गई। प्राइमरी विभाग की छात्राओं द्वारा रंगीलो म्हारो ढोलना नामक गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुति दी गई। विभांगी आमेटा ने चूड़ी चमके राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत किया गया। कक्षा ११वीं के छात्र सजल बापना द्वारा एक हृदयस्पर्शी भाव—विभोर कविता का पाठ किया गया। संयोजन गिरिराज सिंह चौहान ने किया।