उदयपुर। राजस्थान में इस बार अरहर के रिकार्ड उत्पादन के साथ कटाई के बाद अच्छे भाव रहने की संभावना जताई गई है। राज्य में मुख्य अरहर उत्पादक जिले अलवर, प्रतापगढ, बाँसवाडा, उदयपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, जयपुर, कोटा और सवाईमाधोपुर है।
राजस्थान सरकार ने वर्ष 2011-12 में अरहर का 19.1 हजार हैक्टेयर के साथ 12.7 हजार टन रिकार्ड उत्पादन होने का अनुमान लगाया है। इसी समय में भारत में अरहर का उत्पादन २.७१ मिलीयन टन होने का अनुमान था।
इस समय अलवर बाजार में अरहर की कीमत लगभग 2700—2850 रुपए प्रति क्विंटल है। कटाई के समय अरहर की कीमत में अनियमितता के कारण किसानों को नवंबर-दिसम्बर में अरहर के बाजार भाव की आवश्यिकता है। कृषि अर्थशास्त्र एवं प्रबन्धन विभाग में कार्यरत बाजार पूर्वानुमान केन्द्र द्वारा अर्थमितिय विश्लेकषण के अनुसार गत दस साल के अरहर के औसत मूल्य व व्यापारिक अनुभव के आधार पर तथा डेमिक कोयम्बटूर की सलाहनुसार इस वर्ष अलवर बाजार में कटाई के समय मूल्य 3000-3200 रुपए प्रति क्विंटल रहने की सम्भावना है।