पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद पा सकेंगे दोहरी योग्यता
उदयपुर। इंडियाकैन (भारत की सबसे बड़ी शिक्षण कम्पनी एडुकॉम्प का संयुक्त उपक्रम और पियरसन( विश्व की सबसे बड़ी शिक्षण कम्पनी) ने उदयपुर के छात्रों के लिए दो नए अधिस्नातक जीसीएएम( कॉरपोरेट एकाउण्टिंग एंड फाइनेंशियल मैनेमेन्ट) और जीआईटीआईएम(आईटी इंन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट) सभी केन्द्रों पर शुरू किए है।
इंडिया कैन का उदयपुर में न्यू भूपाल पुरा मेन रोड में केंद्र संचालित है। इंडिया कैन ने अपने पहले प्रयास के तहत संयुक्त कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रारंभ किया है जिसके तहत छात्रों को मिलने वाली डिग्री में दोहरा लाभ मिल सकेगा। इंडियाकैन ने जीसीएएम पाठ्यक्रम उद्योग आधारित लेखांकन के उद्देश्य के साथ शुरू किया है ताकि वित्तीय पेशेवरों को उद्योगों द्वारा वांछित अकादमिक योग्यता मिल सके। इस पाठ्यक्रम के अंतिम छह माह औद्योगिक इटर्नशिप के लिए निर्धारित है ताकि छात्रों को औद्योगिक प्रोत्साहन मिल सके और उन्हें पाठ्क्रम पूरा करने के पहले दिन से ही रोजगार मिल सके साथ ही छात्र इस काबिल हो सकें कि उनके पास उद्योग का अनुभव हो और वे जिस परियोजना पर काम कर रहे हैं उसके बारे में जानकारी उनके पास हो। यह तीन वर्षीय पाठ्यक्रम छात्रों के लिए इसलिए भी लाभकारी है कि उन्हें बीबीए में कॉरपोरेट अकाउण्टिंग एवं वित्तीय प्रबंधन की शिक्षा में काफी मदद मिल सकेगी। इंडियाकैन द्वारा पेश किया गया जीआईटीआईएम आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कार्यरत औद्योगिक पेशवरों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया हैै। जीआईटीआईएम तीन वर्षीय एक पाठ्यक्रम है जिसमें विद्यार्थियों को उद्योग से सम्बन्धित अध्ययन करवाया जाता है और डिग्री प्रदान की जाती है। इस कार्यक्रम के तीसरे साल औद्योगिक इंन्टर्नशिप प्रदान की जाती है जिसमें विद्यार्थी को कार्यानुभव प्राप्त तो होता ही है साथ ही सीखने को भी मिलता है। औद्योगिक आधारित सामग्री दी जाती है जो कि 14 अंतरराष्ट्रीय प्रमाणित होती है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी उद्योग की आवश्यकताओं को जान पाता है और यह सुनिश्चित कर पाता है कि वह इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के पहले ही घंटे अथवा पहले ही दिन से बेहतर रोजगार पाने योग्य है। बढते औद्योगिकरण के चलते राजस्थान में भारी संख्या में नियोजन के अवसर हैं जिन्हें तत्काल कुशल लोगों की दरकार पड़ेगी। इस बारे में इंडियाकैन के सीईओ श्री शरद तलवार ने बताया कि इन दोनो पाठ्यक्रमों को व्यवहारिक शिक्षा के क्षेत्र और भारत में कौशल विकास के क्षेत्र में जारी करना एक अनूठा काम है। यह दोनों पाठ्यक्रम अकादमिक और औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए एक साथ उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि इन दोनों पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता किसी भी प्रणाली से 12 कक्षा न्यूनतम औसत 50 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होना जरूरी है। यह पाठ्यक्रम पूरे भारत में इंडियाकैन के सभी केन्द्रों पर उपब्ध है।