गीतांजली के डॉक्टरों ने किया गर्भवती महिला का सफल ऑपरेशन
उदयपुर. गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट डॉ. पंकज त्रिवेदी ने उदयपुर जिले के सवानिया निवासी 26 वर्षीय मरीज का प्रसव के दौरान बच्चे के बीच में ही फंस जाने के कारण फटी पेशाब की थैली व गर्भाशय का जटिल ऑपरेशन कर मरीज को बचाने में सफलता प्राप्त की।
ऑपरेशन में जटिलता
डॉ. त्रिवेदी ने बताया कि प्रसव के दौरान बच्चे के बीच में फंस जाने के कारण अत्यधिक दबाव पडऩे से मरीज की पेशाब की थैली व गर्भाशय फट गया था। साथ ही महिला को काफी रक्तस्त्राव हो रहा था। मरीज के गर्भाशय में शिशु मृत अवस्था में था। मरीज की स्थिति काफी नाजुक थी।
ऐसे किया पुनर्निर्माण
जांच करने पर पाया गया कि मरीज की पेशाब की थैली दो भागों में विभक्त हो गई एवं किडनी से पेशाब की थैली में खुलने वाली नली (यूरेटर) के सिरे (वेजाइको यूरेट्रिक जंक्शसन) भी अलग-अलग हो गए थे। ऐसी स्थिति में छह घंटे तक चले ऑपरेशन में मरीज के दोनों यूरेटर विच्छेदित कर पेशाब की थैली को जोड़ा गया व यूरेटर को नए स्थान पर प्रत्यारोपित किया गया। पेशाब की थैली एवं योनि मार्ग के बीच पेरिटोनियल फ्लेप लगाया गया। साथ ही गर्भाशय को जोड़ कर रक्तस्त्राव को बंद किया। मरीज का गर्भाशय निकालने से बचा गया ताकि महिला भविष्य़ में भी मां बन सके। वर्तमान में मरीज पूर्णत: स्वस्थ है। ऑपरेशन में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. शारदा गोयल, डॉ. विमला धाकड़, डॉ. ऐश्व्र्या सिन्हा व डॉ. प्रीति ने सहयोग किया।