उदयपुर। राज्य के पश्चिमी इलाके में अकाल घोषित करते ही वहां के पशुपालक अपने-अपने पशुओं को लेकर चल पडे़ हैं। मारवाड़ से आने वाले मार्गों पर भेड़ों के रेवड़ देखे जा सकते हैं।
पशुपालकों के सामने चारे-पानी का संकट है। क्या करें, क्या न करें.. इसी उधेड़बुन में अपने अपने पशुओं को लेकर निकल पड़े हैं। जब तक जहां का दाना-पानी लिखा है, वहां लेंगे और फिर निकल पडे़गे अगले पड़ाव की ओर।