यूसीसीआई व सीक्वा का सहयोग
उदयपुर। जेडडीएच/सीक्वा सहयोग परियोजना के अन्तर्गत 11 एवं 12 अगस्त को माउण्ट आबू में ‘बेहतर कार्य निष्पा दन हेतु स्वयं को समझना’’ विषयक कार्यशाला हुई। यूसीसीआई सदस्यों के व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम के दूसरे चरण के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में नई दिल्ली के विख्यात मैनेजमेन्ट गुरु राधाकृष्ण विषय विशेषज्ञ थे।
अध्यक्ष महेन्द्र टाया ने बताया कि विषय विशेषज्ञ राधाकृष्णं ने कार्यशाला में भाग लेने वाले यूसीसीआई सदस्यों को स्वयं की कमियों को नियंत्रित करने तथा क्षमताओं को पहचान कर उसके अनुरूप अपनी प्राथमिकताएं तय करने की विस्तृत जानकारी दी। ग्रुप टॉक एवं ग्रुप डिस्कशन से घर व कार्य क्षेत्र पर प्रभावी सम्बन्ध कायम करने, अपने व्यवसाय अथवा कार्य क्षेत्र में सम्पर्क में आने वाले लोगों की प्रकृति एवं व्यक्तित्व को बेहतर ढंग से समझते हुए स्वयं के व्यक्तित्व एवं व्यवहार को इस प्रकार प्रभावशाली बनाने के उपाय बताए कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति तथा बेहतर कार्य निष्पा दन के लिए अपनी टीम के सदस्यों को प्रेरित कर सके।
मानद महासचिव आशीष सिंह छाबडा़ ने बताया कि कार्यशाला में महेन्द्र कुमार टाया, विनोद कुमट, डॉ. एन.के. धींग, प्रशांत जैन, पुष्कारलाल पुजारी, नरेन्द्र कुमार गुप्ता, अनिल कुमार कोठारी, डॉ. अंशु कोठारी, सीए डॉ. निर्मल कुणावत, वीरेन्द्र सिरोया, गिरीश मेहता, विजय गोधा, प्रदीप खमेसरा, सी.पी. तलेसरा, प्रिया छाबडा, जतिन नागौरी, कपिल लोढ़ा, निर्मल कुमार सोनी, आर.के. नलवाया, के.एस. मोगरा, प्रफुल्ल मेहता, सी.एस. राठौड़, अरविन्द मेहता, श्री अरिहन्त दुग्गड़, गर्विता दुग्गड़, पूजा मण्डावत, रविश मण्डावत, शिल्पा बापना, प्रदीप बापना, श्री सौरभ जैन, निकिता तलेसरा, अमित तलेसरा, साधना मेहता, रीना राठौड़, हेमन्त जैन, निराली जैन, इन्दिरा धींग, रश्मि गुप्ता, शिवानी नलवाया आदि सहित 40 चेम्बर सदस्यों ने भाग लिया। यूसीसीआई द्वारा जेडडीएच/सीक्वा के सौजन्य से आयोजित उपरोक्त कार्यशाला सदस्यों के लिये अत्यन्त प्रेरणादायी एवं लाभकारी सिद्ध हुई एवं सदस्यों ने इस प्रकार की कार्यशालाओं के नियमित रूप से आयोजन किये जाने का सुझाव दिया।