आलोक के छह सदनों का भव्य रंगारंग समारोह के माध्यम से शपथ ग्रहण समारोह
उदयपुर। आलोक संस्थान में छात्रों में नेतृत्व क्षमता के विकास के लिये छह विभिन्न सदनों (रामायण, गीता, वेद, पुराण, पंचतंत्र, उपनिषद्) का शपथ ग्रहण समारोह यहां हिरण मगरी से. 11 के व्यास सभागार में आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि रोटरी क्लब उदयपुर के अध्यक्ष सुशील बांठिया जबकि पदस्थापना अधिकारी के रूप में पूर्व प्रांतपाल निर्मल सिंघवी व उप प्रांतपाल रमेश चौधरी सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। आलोक संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने सदनों की व्यवस्था के बारे में कहा कि विभिन्न छह सदनों में विभाजित सम्पूर्ण विद्यालय के छात्र नेतृत्व क्षमता के गुणों का विकास करने के लिये एक व्यापक प्लेटफॉर्म इनको ये सदन प्रदान करते है। छात्रों के बीच में कुशल नेतृत्व के साथ कुशल सहयोग करना व कार्यक्रमों के साथ समाज सेवा के प्रकल्पों को भी प्रभावी ढंग से समाज के बीच जाकर करने की एक शिक्षा इन सदनों के माध्यम से मिलती है।
उन्होंने कहा कि हमारे विद्यालय में छह सदन बनाये गये हैं जिनमें वेदाज सदन, रामायण सदन, उपनिषद्, गीता, पंचतंत्र सदन, पुराण सदन प्रमुख है। हर सदन का कार्यकाल 2 महीने का होता है। ये सभी सदन विद्यालय में होने वाले कार्यक्रमों में अपना प्रमुख योगदान निभाते है। प्रत्येक सदन की यह जिम्मेदारी होती है कि वह अपने कार्यकाल में विद्यालय में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों में पूर्ण सहयोग करते है। अध्यक्षता करते हुये आलोक संस्थान के चेयरमैन श्या मलाल कुमावत ने कहा कि व्यक्ति निर्माण ही मूलत: राष्ट्र निर्माण का कार्य है और इन सदनों के कार्यक्रम के माध्यम से व्यक्ति का निर्माण होता है ऐसे ही सशक्त राष्ट्र् का निर्माण ही हो सकता है।
मुख्य अतिथि के रूप में बांठिया ने कहा कि वास्तव में समाज निर्माण मे आलोक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और आलोक के ऐसे कार्य ही समाज को दिशा देने का कार्य करते है। विद्यालय के सभी सदनों की ओर से पूरे वर्ष किये जाने वाले कार्यों का ब्योरा, झांकियों के माध्यम से दिया गया। साथ ही सभी सदनों की ओर से परेड़ का प्रदर्शन भी किया गया। सभी विद्यार्थी रंगीन स्कूल गणवेश में थे जिससे कार्यक्रम में चार चांद लग गए।
गीता सदन को शपथ सचिव ओ. पी. सहलोत ने शपथ दिलाई। इसके अध्यक्ष सोनाली पंचवानी चुने गये। रामायण सदन को रमेश चौधरी ने शपथ दिलाई। इसके अध्यक्ष जगदीश रावल चुने गए। वेदाज सदन को निर्मल सिंघवी ने शपथ दिलाई। इसके अध्यक्ष कुलदीप अमेरिया चुने गये। पुराण सदन को संजय भटनागर ने शपथ दिलाई। इसके अध्यक्ष जिगिसा जैन चुने गये। पंचतंत्र सदन को बी. एल. मेहता ने शपथ दिलाई। इसके अध्यक्ष अपूर्वा अग्रवाल चुने गये। उपनिषद् सदन को सुशील बांठिया ने शपथ दिलाई। इसके अध्यक्ष शैली जैन चुने गये। स्वागत उद्बोधन उप प्राचार्य शशांक टांक ने दिया। संचालन पुरान सदन ने किया।