पिछोला (स्वबरूपसागर) के गेट खोले, फतहसागर 12 फीट पार
गत वर्ष के मुकाबले इस बार कम हुई है वर्षा
udaipur. एक विश्राम के बाद मंगलवार को मेघ फिर इठलाए, अपने तेवर दिखाते हुए एक घंटे में दो इंच बरसात कर दी वहीं स्वदरूपसागर के गेट एक एक फीट खोलने पडे़। उधर फतहसागर 12 फीट के जल स्तदर को पार कर गया है। हालांकि सिंचाई विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अब तक गत वर्ष के मुकाबले कम वर्षा दर्ज की गई है।
मंगलवार सुबह, चटख धूप, दूर दूर तक कहीं बारिश के कोई आसार नहीं। जनजीवन अपने सामान्यह रुटीन पर चल रहा था। अचानक 11.15 बजे अंधेरा गहराया, बूंदाबांदी के रूप में शुरू हुई बौछार ने जो तेज रफ्तार पकड़ी, वह एक घंटे में दो इंच बरसात कर गई। इस दौरान हमेशा की तरह सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। स्व रूपसागर से पानी छोड़ने के कारण यूआईटी पुलिया के ऊपर से पानी बहा जिससे वहां यातायात बाधित हुआ।
वाहन चालक काफी परेशान हुए। सुबह की कड़क धूप देखकर काम के लिए निकले लोग भीगते-भीगते घर पहुंचे। निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया जिसे निकालने में लोग जुटे रहे। गत वर्ष परेशानी का कारण बना सतोरिया नाला भी अब चल निकला है। अब इसमें पानी आ गया है वहीं गोवर्धन सागर अभी खाली है। उसमें पानी की आवक नहीं हुई है। कहीं कहीं बिजली गिरने की भी जानकारी मिली है।
जिले के 31 में से 12 से अधिक जलाशय ओवरफ्लो हो चुके हैं। जिले के स्वरूपसागर (पिछोला), मदार बडा़, मदार छोटा, सुखेर का नाका, रेठां का नाका, जोगीवड, सोमकागदर, लोदडा़, लोवरघोडी़, सेमारी, चावण्ड, बन्डोरा, मानपुर व दो नदी बांध ओवलफ्लो हैं जबकि 13 फीट क्षमता का फतहसागर, रालेव 581 मीटर वाले मानसी वाकल जैसे महत्वपूर्ण जलाशय छलकने को आतुर हैं।
मंगलवार को उदयसागर पर 95 मिमी, नाई में 45, वल्लेभनगर में 28, उदयपुर में 46, सिंचाई विभाग की गैंगहट पर 46 तथा देवास पर 55 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।
गत 10 वर्षों के औसत 733.56 वर्षा के मुकाबले अब तक 673.27 मिमी. वर्षा उदयपुर जिले में हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष जिले में 879.55 मिमी. औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई थी।