udaipur. झील प्रेमियों ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर पीछोला से सीवरेज युक्त जल शहरवासियों को उपलब्धं कराने का आरोप लगाते हुए जलदाय विभाग द्वारा इसका शुल्क वसूलने का विरोध करते हुए इस पर कार्रवाई की मांग की है।
पत्र में कहा गया कि उदयपुर में सीवरेज मिक्स पिछोला झील का प्रदूषित पेयजल शहरवासियों को (धीमा जहर) उपलब्ध कराया जा रहा है। यही नहीं, आश्चर्य इस बात का है कि विभाग 27 वर्षों से सीवरेज प्लांट न होते हुए बिना सुविधा उपलब्ध कराए उपभोक्ताओं से शुल्क भी वसूल रहा है।
पत्र में बताया गया कि नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा झील प्रेमी तेजशंकर पालीवाल के साथ करीब 15 से ज्यादा स्थान चिन्हित किये गए जहां से सीवरेज का पानी पिछोला झील मे समाहित हो रहा है। सीवरेज विशेषज्ञ वी. सी. पूनिया ने भी झील की सीवरेज लाइन को गलत बताते हुए तकनीकी खामियां बताई। इस ओर से प्रदूष्ण नियंत्रण मंडल व चिकित्साे विभाग दोनों ने आंखें मूंद रखी हैं।
झील प्रेमियों ने पत्र में लिखा कि जब झील का जल स्तर कम होता है तो सीवरेज लाइन से सीवरेज झील में समाहित होता है। झील का जल स्तर बढ़ता है तो उन्हीं सीवरेज लाइनों से झील का पानी बाहर निकल जाता है।
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