पाटिये लगाने के बाद छलका फतहसागर
udaipur. शहर की झीलें लबालब हो गईं, आमजन प्रफुल्लित है। कम से कम पानी की किल्लहत तो नहीं रहेगी वहीं झीलों के बरकरार रहे सौन्दर्य के कारण उदयपुर के पर्यटन व्यवसाय को भी बल मिलेगा।
फतहसागर के ओवरफ्लो पर लकड़ी के पाटिये लगाने और पीछे से पानी की आवक बरकरार रहने के कारण अब फतहसागर का पानी सड़क पर आने लगा है वहीं नेहरू गार्डन में भी पानी भरने लगा है। उधर सड़क पर पानी आने का भी लोग तो बखूबी उपयोग कर रहे हैं। उपयोग भी ऐसे कि बाहर आ रहे पानी से अपने घोडे़ को नहलाने पहुंच गए। अरे साहब, घोडे़ को नहलाएंगे, उसका मैल तो फतहसागर में जाएगा और वही पानी आप पीएंगे। लेकिन किसे समझाएं, जैसे कोई चाहता ही नहीं है झीलों को साफ रखना तो..।
फतहसागर किनारे यूआईटी द्वारा लाखों की लागत से लगवाए गए म्यूजिकल पोल की हालत यह कि इधर यूआईटी ठीक करे और उधर खराब करने के लिए मानों तैयार ही बैठे हैं हम तो।
Testing the immune system of the locals…..