udaipur. बिजनेस स्कूल के चयन के लिए उसमें फैकल्टी पर ध्यान देना जरूरी है। इसके अलावा छात्रों की गुणवत्ता भी महत्व रखती है। फिर पाठ्यक्रम, अध्ययन सामग्री एवं केस स्टडीज भी महत्वपूर्ण हैं।
ये विचार आईबीएस (इक्फाई बिजनेस स्कूल) गुड़गांव के प्रो. एस. सी. शर्मा ने व्यक्त किए। वे यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने विश्वविद्यालय, उद्योग सम्बन्धों पर कहा कि अगर किसी कॉलेज में उद्योगों से फेकल्टीज है तो वे छात्रों के लिए अच्छा प्रदर्शन दे पाएंगे। इसलिए बी स्कूल में अच्छी तरह उद्योग एवं शिक्षाविदों का मिश्रण होना चाहिए। चूंकि आज वैश्विक व्यापार है तो एक छात्र को उस बी-स्कूल में प्रवेश लेना चाहिए जहां वह विभिन्न भौगोलिक और आर्थिक पृष्ठभूमि के छात्रों के साथ शिक्षा प्राप्त कर सकें। कॉलेज में समूह के रूप में कार्य करना, स्वयं की खोज करना, अच्छी बौद्धिक पूंजी और उद्योगों से अच्छे सम्बन्ध होना आवश्यक है।
चन्द्रा ने बताया कि ICFAI के 9 IBS केम्पस है जिनमें 260 से ज्यादा नियमित फेकल्टीज है जिसमें से 150 से अधिक Ph.D. उपाधि रखते है एवं अन्य कॉपरेट पृष्ठभूमि से अनुभव प्राप्त है।
IBSAT, IBS कॉलेजों में प्रवेश पाने की परीक्षा है। 2 घंटे की कम्प्यूटर आधारित परीक्षा IBSAT की तिथियां 15 दिसम्बर 2012 से 6 जनवरी 2013 है। परीक्षा का केन्द्र उदयपुर में भी है। इसके बाद लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को जीडी/पीआई के लिए मार्च 2013 में हैदराबाद बुलाया जायेगा। विद्यार्थी AXIS BANK उदयपुर एवं ICFAI के विश्वविद्यालय रोड़ स्थित शाखा कार्यालय से फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
शर्मा भारतीय आर्थिक सेवा के 1971 बैच के अधिकारी हैं। वे 80 के दशक में आर्थिक सलाहकार रह चुके हैं। लगभग 30 साल पहले वह एलबीएस राष्ट्रीय अकादमी मसूरी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे जहां उन्होंने लगभग एक हजार आईएएस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया। इसी प्रकार करीब 29 वर्षों तक बहुराष्ट्री य कंपनियों के लिए काम करने वाले अखिलेश चन्द्राा ने भी प्रेस वार्ता को संबोधित किया। संचालन वरिष्ठ परामर्शदाता रूचिका शर्मा ने किया। उदयपुर शाखा प्रबन्धक तिरू गुप्ता ने धन्यवाद दिया।