udaipur. श्री महावीर युवा मंच संस्थान की ओर से आयोजित श्री सम्मेद शिखर जी सकल जैन संघ तीर्थ यात्रा तीर्थायन-2012 के सातवें दिन चौबीसवें तीर्थंकर महावीर भगवान के चवन जन्म एवं दीक्षा कल्याणक लछवाड़ तीर्थ के दर्शन कर तीर्थ यात्री गद्गद् हो गए।
संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि रविवार को तडक़े साढ़े चार बजे बसों द्वारा लछवाड़ जी तीर्थ के लिए रवाना हुए। लिच्छदी राजाओं के नाम से लछवाड़ के नाम से गांव प्रसिद्ध है जो क्षत्रिय कुंड की तलहटी के रूप में जाना जाता है। करीब पांच किलोमीटर पहाड़ी पर स्थित क्षत्रिय कुंड के तीर्थ यात्रयों ने दर्शन किए। दिन भर चल रही बरसात के बावजूद तीर्थ यात्रियों ने लछवाड़ की पवित्र धरती पर 108 लघु शिखाओं युक्त 17 फीट ऊंचे शिखरबंद मंदिर का निर्माण हुआ है जिसमें जैन समाज के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की 24 इंच ऊंची प्रतिमा विराजमान है। भगवान के गर्भ गृह के बाहर देहरी के बायीं ओर चवन कल्याणक एवं दायीं ओर दीक्षा कल्याणक की प्रतिमा है। जहां पर तीर्थ यात्रियों ने दर्शन, पूजा-अर्चना कर गद्गद् हो गए। सामूहिक रूप से चैत्य वंदन किया। इसके अलावा गौतम स्वामी की केवल ज्ञान भूमि गुणिया जी जल मंदिर के भी दर्शन किए। दिन भर बरसात के बावजूद तीर्थ यात्रियों ने इस पवित्र धरती पर भगवान के दर्शन का जमकर आनंद लिया। शाम को 6 बजे बस द्वारा दल पुन: पावापुरी पहुंची जहां रात्रि विश्राम वहीं किया। सोमवार को राजगिरी की ओर प्रस्थान करेंगे।