तीर्थायन-2012 का नवां दिन
udaipur. श्री सम्मेद शिखरजी की धरती पर पहुंचते ही पार्श्वखनाथ भगवान के जयकारों से वातावरण को तीर्थयात्रियों ने गुंजायमान कर दिया। दिन भर तीर्थ नगरी की प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाया और मंदिरों के दर्शन किए। शाम को प्रभु भक्ति में लीन हो गए।
बुधवार को 27 किलोमीटर ऊंची शिखर जी यात्रा की मंगलकामना के लिए पांच मिनट का सामूहिक जाप किया। श्री महावीर युवा मंच संस्थान द्वारा आयोजित तीर्थायान-2012 के नवें दिन तडक़े पांच बजे सम्मेद शिखर जी की स्पेशल थ्री टायर ए.सी. ट्रेन पाश्र्वनाथ स्टेशन पहुंची, जैसे ही स्टेशन पर यात्री नीचे उतरे और भगवान पाश्र्वनाथ प्रभु की जय-जयकार से गूंजायमान किया। स्टेशन से 30 बसों के काफिले के साथ सम्मेद शिखर जी पहुंचे। यात्रा की जानकारी देते हुए मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि मंगलवार को धर्म मंगल विद्यापीठ की भव्य धर्मशाला और प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त सुविधाओं का तीर्थ यात्रियों ने जमकर लुत्फ उठाया। तलहटी पर स्थित भौमिया जी का मंदिर, पाश्र्वनाथ मंदिर, दिगम्बर 20 पंथ कोठी, जैन श्वेताम्बर कोठी, मेरू पर्वत, क्षेत्रपाल मंदिर, चमत्कारी पद्मावती माता जी के मंदिर और जहाज मंदिर के दर्शन, पूजा-अर्चना की। शाम को धर्मशाला परिसर में पार्श्वपनाथ भगवान मंदिर के सम्मुख भव्य भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। सभी तीर्थ यात्री प्रभु भक्ति में लीन हो गए और संगीतकारों द्वारा एक के बाद एक पेश किए भजनों से तीर्थयात्री झूम उठे। संस्थान के अध्यक्ष टीनू मांडावत ने बताया कि 27 किमी ऊंचे शिखर पर शंखेश्वर पार्श्व नाथ भगवान के मंदिर की यात्रा बुधवार को होगी। इसके लिए पांच मिनट का सभी तीर्थयात्रियों ने सामूहिक जाप कर तीर्थ यात्रा की सफलता की मंगल कामना की।