सभापति भाग लेंगी, जयपुर रवाना
udaipur. निर्माण निषेध के प्रभावितों को राहत दिलाने के लिए उच्चमतम न्यापयालय में एसएलपी दायर करने सम्बिन्धी विचार विमर्श के लिए गुरुवार को जयपुर में होने वाली बैठक में नगर परिषद सभापति रजनी डांगी भाग लेंगी। वे बुधवार रात यहां से रवाना हुईं।
उन्होंने बताया कि प्रमुख शासन सचिव (नगरीय विकास विभाग) की अध्यक्षता में गुरुवार शाम 5 बजे स्वायत्त शासन विभाग के कॉन्फ्रेन्स हॉल में प्रस्तािवित बैठक में उदयपुर की झीलों के संरक्षण एवं निर्माण निषिद्ध क्षेत्र में समयोचित परिवर्तन के संदर्भ में विचार रखेंगी। उन्होंने कहा कि वे पुरजोर शब्दों में कहेंगी कि उदयपुर शहर की दोनों प्रमुख झीलों पिछोला व फतहसागर व इससे जुड़े रंगसागर व कुम्हारिया तालाब के किनारे बसी हुई बस्तियां 300 से भी अधिक वर्ष पुरानी है, जिनको निर्माण निषिद्ध क्षेत्र में रखा जाना अब प्रासंगिक नहीं है। झीलों के किनारे उच्च न्यायालय के आदेशों के अधीन सिवरेज लाइन बिछाई जा चुकी है और अब उसके नवीनीकरण एवं मरम्मत के तखमीने को भी स्वीकृति दी जा चुकी है। सिवरेज के पानी को पम्प लगाकर निकालने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है जिससे झीलों में गंदा पानी गिरने की संभावना काफी कम है। आगे भी नालियों के पानी को झील में जाने से रोकने के लिए परिषद् समुचित प्रयास करने के लिए वचनबद्ध है। सभापति ने बताया कि उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि किसी भी तरह झीलों के किनारे बसने वाले लोगों को राहत मिले।