Udaipur. भूपाल नोबल्स कन्या महाविद्यालय की एनएसएस की छात्राओं ने महाविद्यालय से सेवाश्रम चौराहे तक ‘नशेड़ी साजन तुम्हें सुधारूंगी‘, ‘पानी तुझे बचाऊंगी‘ का ध्येय लेकर रैली निकाली।
बी.एन. संस्थान के प्रबन्ध निदेशक डॉ. निरंजन नारायण सिंह एवं बलवन्त सिंह शिशवी ने रैली का हरी झण्डी दिखाई। छात्राएं हाथों में ‘पानी बचाओ, जीवन बचाओ‘, ‘अभी बचाओ पानी, बचेगी जिंदगानी‘, ‘जब आकाश से इतना पानी बरसे तो हम बूंद-बूंद को क्यों तरसें‘ नारे लगाते हुए चल रही थी। उनके हाथ में पानी बचाओ, नशा छुड़ाओ, पानी बचाए धरती बचाए, पानी की हर बूंद बचाए के पोस्टर थे। सेवाश्रम चौराहे पर वर्षों से वर्षा जल संरक्षण व नशा निवारण अभियान में लगे वरिष्ठर चिकित्सक डॉ. पी. सी. जैन के नेतृत्व में ‘पानी बचाओ रे‘ गीत का सजीव प्रदर्शन किया गया, जिसमें प्रतिदिन हम सुबह से शाम तक पानी कैसे बचायें का सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया गया।
समाजसेवी कल्पना मोगरा ने कन्या भ्रूण हत्या, बेटी बचाओ के संदर्भ में ‘पलटकर देख तेरा कोई सानी नहीं, तू किसी की मेहरबानी नहीं, अब ख्वाबों में नहीं, हकीकत में हंसना सीख, जिंदगी हर क्षण एक समझौता है’ कविता के माध्यम से मार्मिक प्रस्तुति दी। सेवाश्रम चौराहे पर ही पण्डित बने डॉ. पी.सी. जैन ने नशेड़ी दूल्हे की शादी की रस्म दिलचस्प ढंग से पूरी की। फेरों के ऐन वक्त पर ही पता लगने पर कि दुल्हा शराबी है, दुल्हन ने कहा कि ‘मम्मी नशा एक आदत नहीं बीमारी है, मैं इनका इलाज कराऊंगी, शादी इन्हीं से करूंगी, पर छोड़ूंगी नहीं‘। नुक्कड़ नाटिका में पात्रों ने बहुत सुन्दर संवादों से सभी को खूब हंसाया और नशा न करने और नशा छुड़ाने का संदेश दिया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एन.एल. शर्मा ने छात्राओं को कार्य के लिए बधाई दी। आधार फाउण्डेशन के नारायण जाट, डॉ. मैना जैन, डॉ. अजीत सिंह, राजेश्वपरी, नरेन्द्र गोयल, डी. डी. सिंह, देवीलाल बैण्ड मास्टर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जीवन सिंह, दिलीप सिंह, गोपाल सिंह के निर्देशन में रैली निकाली गई। नुक्कड़ नाटिकाओं की सुन्दर प्रस्तुतियां डॉ. पी.सी. जैन के निर्देशन में पूरी की गई। संयोजन आस्था पालीवाल ने किया। नाटिका के पात्र— आस्था, खुशबू, नंदिता, कुसुम, विनीता, निशा, प्रिया, राजेश्वीरी, निकिता, पूजा, रितिका, सुनीता, ऋचा, रीना, अनिता, एकता, मंसूरी, हिना, प्रियंका, पठान आदि थे।