Udaipur. वयोवृद्घ स्वाधीनता सेनानी जगन्नाथ प्रसाद चौबे का अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान से सोमवार को उदयपुर के अशोकनगर स्थित मोक्ष धाम पर किया गया। उनकी पार्थिव देह को ज्येष्ठ पुत्र राजकुमार ने मुखाग्नि दी। चौबे का रविवार रात निधन हो गया था।
उनकी पार्थिव देह पर उनके निवास स्थान पर राजस्थान सरकार की ओर से अति. जिला कलक्टर (शहर) मो. यासीन पठान ने पुष्प चक्र अर्पित किए गए। इस मौके पर अति. जिला पुलिस अधीक्षक तेजराज सिंह भी मौजूद थे। चौबे की राष्ट्रीय ध्वज में लिपटी पार्थिव देह की अंतिम यात्रा 11 बजे उनके धोलीबावडी़ स्थित निवास से आरम्भ होकर अशोक नगर मोक्ष धाम पहुंची। बीच राह आम जन ने श्रद्घासुमन अर्पित किये। मोक्ष धाम पर सशस्त्र पुलिस बल ने उनके सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सांसद रघुवीर मीणा, पीसीसी अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान, भाजपा नेता धर्मनारायण जोशी, विजय प्रकाश विप्लवी, गोविंद दीक्षित आदि ने शोक व्यक्त किया है।
90 वर्षीय चौबे गत दो वर्ष से कूल्हे की हड्डी में फ्रेक्च र के कारण चल फिरने में असमर्थ थे तथा स्वनिवास पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। उन्होंने रविवार रात 10.30 बजे अन्तिम सांस ली। वे अपने पीछे तीन पुत्र दो पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। चौबे का जन्म 24 जनवरी 1923 को उदयपुर के बेदला गॉव में हुआ था। वे विद्यापीठ उदयपुर के प्रथम छात्र थे। उन्होंने वहीं से साहित्य रत्न उत्तीर्ण किया। बाद में वे पण्डित जनार्दन राय नागर के सहयोगी रहे। वे स्वाधीनता दिवस पर कलक्ट्रेट के मुख्य समारोह में तत्कालीन महाराणा भूपालसिंह द्वारा तिरंगा फहराने के भी गवाह रहे।