Udaipur. श्री अय्यप्पा सेवा समिति के तत्वावधान में ‘मकरविलक्कु पूजा’ पर्व पर दो दिवसीय धार्मिक समारोह अय्यप्पा मंदिर में 13 एवं 14 जनवरी को हर्षोल्लास से मनाया जायेगा।
पहले दिन रविवार सुबह ‘पल्ली उणर्तल’ के साथ निर्माल्य दर्शनं, अय्यप्प सुप्रभातं, हरिनामकीर्तनं, गणपति होमंम् (हवन), उषा पूजा एवं उच्च पूजा आदि होंगे। शाम 4 बजे मंदिर प्रांगण से शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें ‘सुसज्जित रथ, गज-मस्तक पर भगवान अय्यप्पा की पीतवर्षीय छवि (तड़म्ब), तालप्पोली, केरल से आये अनेक पारम्परिक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत विविध संगीत मय वाद्य-यंत्र-मेलम् एवं वेशभूषादि शामिल होंगे। इसमें सत्यन एण्ट पार्र्टी, स्वाति आर्ट्स द्वारा प्रस्तुत चेण्डमेलम्, कावडियाट्टाम मय मयूरनृत्यम् इत्यादि सुशोभित होंगे।
शोभायात्रा का मार्ग: मंदिर प्रांगण से लोककला मण्डल, चेतक सर्कल, हाथीपोल, देहलीगेट, टाउन हॉल, सूरजपोल, बापू बाजार, कोर्ट चौराहा, हनुमान मंदिर होती हुई रात 8.30 बजे वापस मंदिर प्रांगण पहुंचेगी। शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। इस मौके पर आतिशबाजी के आकर्षक कार्यक्रम के बाद नैवेद्यम्, रात 8.45 बजे पूर्ण-आरती तथा सामूहिक प्रसाद वितरण के साथ पहले दिन के कार्यक्रम का समापन होगा।
14 जनवरी सोमवार तडक़े पांच बजे ‘पल्ली उणर्तल’ के साथ दूसरे दिन के धार्मिक अनुष्ठान शुरू होंगे जिसमें निर्माल्य दर्शनं, अय्यप्पा सुप्रभातं, हरिनामकीर्तनं, गणपति होमंम् (हवन), उषापूजा, पूर्णाभिषेकम् (अष्ठाभिषेकम्) एवं शासकर नैय्यभिषेकम् (घी-अभिषेक), सहस्रनामार्चना, कलशपूजा, उच्चपूजा के बाद दिन में सामूहिक प्रसाद के तहत अन्नदानम् वितरण होंगे। शाम 6 बजे से निरमाला, दीपाराधना, निरापरा, भगवतीसेवा, पुष्पाभिषेकम्, भजन-कीर्तन, चेण्डमेलम्, कावडियाट्टाम् मय मयूरनृत्यम्, की प्रस्तुति होगी। मंदिर प्रांगण को भव्य रोशनी, दीपक तथा फूलमालाओं से सजाया जायेगा। अंत में नैवेद्यम् तथा रात्रि 9 बजे महा-दीपाराधना आतिशबाजी के साथ कार्यक्रम सम्पन्न होगा।
उल्लेखनीय है कि केरल में शबरीमाला पर्वत स्थित अय्यप्पा भगवान (हरि-हर पुत्र-कलियुगवरदन) के दर्शनार्थ देश-विदेश से लाखों की तादाद में दर्शनार्थी कई दिनों के व्रत लेकर इस ‘मण्डल-मकरविलक्कु पूजा’ में पहुंचते हैं।