Udaipur. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पुराने मामले में चिकित्सक के खिलाफ मामले को कमजोर करने को लेकर 18 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोक अभियोजक को रंगे हाथों पकड़ लिया।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि एक वर्ष पूर्व के किसी मामले में केस को कमजोर करने के लिहाज से लोक अभियोजक गणपत चौधरी ने चिकित्सक से 20 हजार रुपए मांगे। चिकित्सक ने प्रतिनिधि के माध्यम से 18 हजार रुपए में सौदा तय किया और ब्यूरो को शिकायत की। रिश्वभत ठोकर चौराहा स्थित चाय की गुमटी पर लेना तय हुआ। चिकित्सक का प्रतिनिधि चाय की गुमटी पर पहुंचा और चौधरी भी वहां पहुंचा। प्रतिनिधि ने रिश्वत देकर टीम को इशारा कर दिया जिस पर ब्यूरो ने चौधरी को पकड़ लिया।