चेम्बर द्वारा खान सुरक्षा उपमहानिदेशक के स्थानांतरण पर विदाई
Udaipur. उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्री द्वारा चेम्बर भवन के पी.पी. सिंघल सभागार में उत्त र-पश्चिमी क्षेत्र के खान सुरक्षा विभाग के उप महानिदेशक राहुल गुहा के स्थानांतरण पर उन्हें विदाई दी गई। साथ ही उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के खान सुरक्षा विभाग के निदेशक एस. बागची व उदयपुर क्षेत्र के खान सुरक्षा निदेशक एस. एम. सुथार द्वारा पदभार ग्रहण के उपलक्ष्य में स्वागत समारोह हुआ।
कार्यक्रम के आरंभ में यूसीसीआई के संरक्षक अरविन्द सिंघल, अध्यक्ष श्री महेन्द्र टाया, पूर्वाध्यक्ष के. एस. मोगरा, वरिष्ठघ उपाध्यक्ष विनोद कुमट उपाध्यक्ष डॉ. अंशु कोठारी द्वारा अतिथियों का माल्यार्पण एवं मेवाड़ी पाग पहनाकर स्वागत व अभिनंदन किया। स्वागत भाषण अध्यक्ष महेन्द्र टाया ने दिया। यूसीसीआई की खनन सब कमेटी के चेयरमेन पूर्वाध्यक्ष एम. एल. लुणावत ने खान सुरक्षा विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि वृहद आकार की खानों एवं अत्यन्त छोटे खनन इकाईयों पर खान सुरक्षा कानून एक समान रूप से लागू होना एक बड़ी विसंगति है। लुणावत ने सुझाव दिया कि छोटे एवं असंगठित खनन उद्यमियों की खान के निरिक्षण के दौरान निरिक्षक मार्गदर्शक की भूमिका का निर्वहन करें तथा उनका दण्डात्मक कार्यवाही का रूख न हो। इसके साथ ही पर्यावरण क्लियरेंस प्राप्त करने को खान मालिकों की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए लुणावत ने आशा जताई कि उदयपुर संभाग से वर्डिया के पर्यावरण सलाहकार समिति में मनोनयन से उदयपुर संभाग के खनन उद्यमियों को मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो सकेगा।
लूणावत ने बताया कि राज्य में कुल क्षेत्रफल के मात्र 3 प्रतिशत भूभाग पर खनन गतिविधियां संचालित हैं। उद्योगों के लिये कच्चा माल उपलब्ध कराने एवं देश की प्रगति हेतु प्राकृतिक संसाधनों के दोहन को आवश्याक बताते हुए लुणावत ने विभाग के अधिकारियों से लघु खनन उद्यमियों के प्रति सकारात्मक रूख अपनाने का सुझाव दिया। एस. बागची ने अपने ज्ञान एवं अनुभव से खनन उद्यमियों को मार्गदर्शन प्रदान किये जाने का आश्वाबसन दिया। एस. एम. सुथार ने खान मालिकों से खनन के उपरान्त उक्त भूमि को यथास्थिति बनाये जाने का आहवान किया। पी. के. वर्डिया ने सुझाव दिया कि खान मालिक खनन क्षेत्र के आस—पास के निवासियों के लिये सामाजिक कल्याण की गतिविधियां संचालित करें जिससे उनके प्रति सकारात्मक सोच बने।
मुख्य अतिथि गुहा ने खनन को उतार चढ़ाव से भरा व्यवसाय बताते हुए कहा कि इसमें लाभ के साथ काफी समस्याएं भी हैं। गुहा ने माना कि गत 5-7 सालों में आमजन की सोच में खनन गतिविधियों के प्रति बदलाव आया है, जबकि खनन गतिविधियां सैकड़ों वर्षों से जारी है। प्रतिभागियों को दक्षिण भारतीय खनन व्यवसायी बन्धुओं का उदाहरण देते हए गुहा ने खनन गतिविधियों को बदनाम होने का प्रमुख कारण बताया।
गुहा ने खनन उद्यमियों एवं खान सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के आपसी समन्वय से ही समस्याओं के निराकरण की आवश्युकता पर बल दिया। उदयपुर संभाग के कई खान मालिकों द्वारा अनुकरणीय खनन प्रबंधन का उदाहरण देते हुए श्री गुहा ने कहा कि सुरक्षित खनन गतिविधि उद्यमी को कई समस्याओं से बचाती है। खनन व्यवसाय को नई ऊँचाईयां छूने एवं अपना पुराना गौरव प्राप्त करने के लिये गुहा ने खान मालिकों से पर्यावरण संरक्षण के प्रति ईमानदार होने का आहवान किया।
विदाई एवं अभिनन्दन समारोह में आर.एस.एम.एम. के समूह महाप्रबंधक राठौड़, एजेंट सोनी के अलावा मूमल मार्बल के शांतिलाल सिंघवी, राजस्थान सिंटेक्स के डॉ. एम. एस. सिंघवी, ऋषभ माईनिंग के बन्नाराम चौधरी, नलवाया मिनरल के नलवाया, अरिहन्त मार्बल के मुकेश मोदी, प्रेम मार्बल के नाहर, हवेली मार्बल के घनश्या्मसिंह कृष्णानवत, चन्द्रा मार्बल के विजय गोधा, गुड़ली चेम्बर के एस. एल. चेलावत, इंडियन सोप स्टोन प्रोडयूसर्स एसोसिएशन से केजार अली आदि खनन उद्यमी उपस्थित थे। संचालन यूसीसीआई के मानद महासचिव आशीष छाबड़ा ने किया। वरिष्ठभ उपाध्यक्ष विनोद कुमट ने धन्यवाद दिया।