वन्य जीव प्रभाग उदयपुर का कार्यक्रम
Udaipur. बढ़ते जैविक दबाव के कारण नम भूमियों की गुणवत्ताा में काफी गिरावट आ रही है जिससे प्रवासी-अप्रवासी पक्षियों के लिए संकट पैदा होता जा रहा है। इसी कारण वन्य जीव प्रभाग की ओर से 2 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय नम भूमि दिवस के उपलक्ष्यव में झील संरक्षण महोत्स व मनाया जाएगा। इसके तहत विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से इस माह में विभिन्न कार्यक्रम होंगे।
झील संरक्षण महोत्सव के तहत एक फरवरी को अशोकनगर स्थित विज्ञान समिति में सुबह 10 से 12.30 बजे तक पर्यावरण संरक्षण हेतु क्रियात्मक परियोजनाएं विषयक कार्यशाला होगी। 2 फरवरी को एक शाम झीलों के नाम नामक कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक, पर्यावरण आधारित कवि सम्मेलन एवं प्रदर्शनी होगी। इसका समय शाम 4.30 से 6.30 बजे तक रहेगा। यह कार्यक्रम फतहसागर की पाल पर होगा।
3 फरवरी को विभिन्न प्रतियोगिताएं एवं जाग्रतिपरक गतिविधियां होंगी। इसके तहत सुबह 8 से 9.30 बजे तक चेटक सर्किल से दूधतलाई होते हुए जंगल सफारी तक झील तटीय आनंद साइकिल यात्रा होगी। इसका पंजीयन इसी दिन सुबह 7.30 बजे से लवकुश स्टे डियम पर होगा। डेढ़ घंटे की निर्धारित अवधि में यात्रा पूर्ण करने वाले पांच भाग्यशाली विजेताओं को लक्की ड्रॉ द्वारा पुरस्कृ्त किया जाएगा।
सुबह 7.30 से दोपहर 1 बजे तक चेटक सर्किल से जंगल सफारी के मध्यय निर्धारित मार्ग पर प्रकृति फोटोग्राफी का आयोजन होगा। झील किनारे प्रकृति चित्रण/पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता सुबह 8.30 से 10 बजे तक पीछोला झील के पीछे कालका माता नर्सरी जंगल सफारी में होगी। इसमें स्कूोल कॉलेजों के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। यहीं कालका माता नर्सरी में सुबह 8.30 से 10.30 बजे तक वेटलेण्ड विजडम नेचर क्विज होगी। इसमें भी स्कू्ल कॉलेजों के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। यहीं पर इसी समय के दौरान झील तटीय ट्रेजर हंट का आयोजन होगा।
पुरस्कार : समस्त गतिविधियों के विजेताओं को 3 फरवरी को दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक समीपवर्ती सुन्दर प्राकृतिक नम भूमि आवास पर निशुल्क भ्रमण एवं पक्षी अवलोकन पर ले जाया जाएगा जहां कई प्रवासी पक्षियों को देखने का अवसर मिलेगा।