क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र के नए भवन का उद्घाटन
Udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वकविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओ. पी. गिल ने कहा कि विकास की सीढ़ी पर आगे बढऩे के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल आवश्य क है। इससे वैज्ञानिक कार्यो में दक्षता बढ़ती है तथा समय एवं साधनों की बचत होती है।
वे क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र के नए कार्यालय भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कृषि अनुसंधान केन्द्र, कोटा पर संचालित अखिल भारतीय समन्वित कृषि परियोजना की पुनरावलोकन बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर गिल ने कहा कि वैज्ञानिकों को समय के साथ नई तकनीकों का विकास करना होगा तथा इसके लिए कम संसाधनों में अधिक दक्षता का विकास करना होगा। आधुनिक युग में चुनौतीपूर्ण अनुसंधान द्वारा कृषि में फसलों का उत्पादन बढ़ाना होगा।
अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. एल. मालीवाल ने बताया कि नये कार्यालय में विकसित कान्फ्रेंस हॉल द्वारा विश्वनविद्यालयों के वैज्ञानिकों को आधुनिक तकनीकों द्वारा प्रशिक्षण, कार्यशाला एवं बैठकों इत्यादि में लाभ मिलेगा। कृषि अनुसंधान केन्द्र, कोटा के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार दो शोध पत्रिकाओं का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मत्स्य वैज्ञानिक डॉ. वी. पी. सैनी एवं उपनिदेशक अनुसंधान डॉ. शान्ति कुमार शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन एवं धन्यवाद डॉ. शान्ति कुमार शर्मा ने किया।