रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा ‘रोटरी से जुड़े-जीवन को बदलें’ विषयक वार्ता
udaipur. रोटरी क्लब उदयपुर के न्यू जनरेशन कमेटी के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि यदि आप रोटेरियन है तो सेवा कार्यो के जरिए दूसरों के जीवन को बदलने का प्रयास करना चाहिए, तभी एक रोटेरियन होना सार्थक होगा।
वे कल रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा वर्ष 2013-14 की रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय की थीम ‘रोटरी से जुड़े-जीवन को बदलें’ पर आयोजित विषयक वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होनें कहा कि अपना या किसी अन्य के जीवन को बदलने के लिए एक सेकण्ड ही पर्याप्त है और ऐसा ही कुछ रामकृष्ण परमहंस,सम्राट अशोक गौतम बुद्ध ने किया। इन सभी के जीवन से जुड़ी घटनाओं ने इनका व दूसरों का जीवन में बदलने के लिए एक सेकण्ड भी नहीं लगाया। डॉ. कुमावत ने कहा कि सेवा कार्य करते समय किसी अन्य की सहायता करते समय स्वंय में भी आत्मसन्तुष्टि का भाव पैदा होता है। हमें जीवन में छोटे सपनों के बजाय बड़े-बड़े सपने देखने चाहिए क्योंकि बड़े सपने ही अपना व दूसरों का जीवन बदलने की क्षमता रखते है। व्यक्ति की पहिचान उसके कार्यो से होती है न कि उसके नाम से।
डॉ. कुमावत ने कहा कि शब्द कोरे शून्य में छोड़े गये शब्द नहीं होते वरन् शब्द ब्रहृम बन जाते है और शब्दों के माध्यम से हम न सिर्फ संगठन के उन सूत्रों को प्रतिपादित करते है वरन् प्रेरणा देने वाले उन शब्दों के माध्यम से हम वर्ष भर की रूप रेखा भी तय कर सकते है। उन्होंने कहा कि आगामी थीम ‘एंगेज रोटरी चेंज लाईफ ’ में यहीं महत्वपूर्ण है कि जब व्यक्ति अपना एक हाथ समाज सेवा के लिये आगे बढ़ाता है तब हजारों हाथ उस एक हाथ से जुडक़र एक लम्बी श्रृंखला समाज सेवा की स्वत: बन जाती है। आवश्यकता अपने हाथ को आगे बढ़ाने की है।
उन्होंने कहा कि जो सुख देने में है उसे लेने में नहीं है। जो व्यक्ति देने को सदैव तत्पर रहता है उसके चेहरे पर एक आत्म संतुष्टि प्रकट होती है जबकि लेते समय अनेक बार आदमी आत्म ग्लानी से भी भर जाता है। इसलिये हर व्यक्ति को अपने जीवन की सार्थकता के लिये कुछ प्रयत्न करने हो तो उन प्रयत्नों के लिये सेवा कार्य एक सबसे महत्त्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि जीवन की सार्थकता के लिये जहाँ एक ओर सेवा महत्त्वपूर्ण है वहीं अपने व्यक्तिगत जीवन का आंकलन करते हुये जहाँ कहीं महत्त्वपूर्ण है वहाँ अपने समर्पण को आगे रखकर किसी व्यक्ति की सहायता के लिये हाथ आगे बढ़ाता है तो वह स्वयं भी संतुष्टि के उस कगार पर खड़ा होता है जहाँ मानव होने का जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है उसकी परिणीती उन कार्यक्रमों से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि रोटरी सभी को एक समान अवसर प्रदान करती है। उन अवसरों को इस्तेमाल किये जाने की आवश्यकता है। ऐसे अवसर जब व्यक्ति समाज सेवा के लिये इस्तेमाल करता है तो न सिर्फ समाज की सेवा करता है वरन् स्वयं के व्यक्तित्व का विकास करते हुये अपने अन्दर एक आत्म संतुष्टि को जीवंत रखता हुआ जीवन को जीवन्त रख सकता है। इससे पूर्व क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में दिल्ली के गोयल प्रकाशन के प्रकाश गोयल का क्लब की ओर से स्वागत किया गया। डॅा. एल.एल.धाकड़ ने कुमावत का परिचय दिया। अध्यक्ष निर्वाचित बी.एल.मेहता व पूर्व प्रान्तपाल डॅा. यशवन्तसिंह कोठारी ने डॅा.कुमावत का उपारना ओढ़ाकर व स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। अंत में सचिव ओ.पी.सहलोत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।