गीतांजली में कार्यशाला
udaipur. गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में शनिवार को डायबिटीज रोग के बढ़ते प्रभाव व उपचार के नए तरीकों के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से ‘करेंट प्रसपेक्टिव इन द मैनेजमेंट ऑफ टाइप टू डायबिटिज मेलीटस‘ पर कार्यशाला हुई। कार्यशाला को आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं एन्डोक्रोनोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. डी. सी. शर्मा ने संबोधित किया।
डॉ. शर्मा ने बताया कि विकासशील देशों में डायबिटीज के रोगियों की संख्या तीव्र गति से बढ़ रही है। शहरी क्षेत्र की 18 प्रतिशत जनसंख्या को डायबिटिज रोग है। डायबिटीज के तीन चौथाई मरीजों में हार्ट अटेक की संभावनाएं बढ़ जाती है। वर्तमान में युवा वर्ग व बच्चों में तीव्र गति बढ़ रही डायबिटिज होने के मुख्य कारण आधुनिक जीवन शैली, फास्टफूड खाना, शारीरिक परिश्रम की कमी, मानसिक तनाव आदि है। उन्होंने डायबिटिज रोग नियंत्रित करने के लिए आई नई दवाई इन क्रिटिंग माइमेटिक ड्रग व नई इन्सूलिन के बारे में चिकित्सकों को जानकारी दी। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि गर्भवती महिलाओं व ऑपरेशन के मरीजों में ऑपरेशन से पहले व दौरान किस तरह डायबिटिज को नियंत्रित किया जाए। कार्यशाला में गीतांजली गुप के सीईओ अंकित अग्रवाल, हॉस्पिटल के विभागाध्यक्ष व चिकित्सकों ने भाग लिया। यह जानकारी गीतांजली हॉस्पिटल की अधीक्षक डॉ. प्रमिला बजाज ने दी।