Udaipur. रविन्द्रनाथ टेगौर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस. के. कौशिक ने कहा कि यदि हमनें अब भी धूम्रपान,ब्लड प्रेशर,कोलेस्ट्रोल, डायबिटीज, मोटापा पर नियंत्रण पाते हुए शारीरिक कार्यक्षमता को नहीं बढ़ाया तो वर्ष 2030 तक देश में मरने वालों की संख्या में 76 प्रतिशत लोग ह्दयरोगी होंगे। देश में तेजी से ह्दय रोगियों की संख्या बढ़ रही है जो चिन्ताजनक है।
वे आज वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति उमंग द्वारा येाग सेवा समिति परिसर में ह्दय रोग पर आयोजित वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होनें कहा कि ह्दय रोग से बचने के लिए हमें अपनी दैनिक जीवनचर्या में बदलाव लाना होगा। यदि हम उपरोक्त बीमारियों एंव बुरीआदतों पर नियंत्रण पा लिया तो 50 से 60 प्रतिशत हदय रोगियों को बचाया जा सकेगा। उन्होनें बताया कि देश के ह्दय रोगी चीन व अन्य विकसित देशों की तुलना में सर्वाधिक छुट्टियां लेते है।
बच्चों में बढ़ रहा मोटापा : डॉ. कौशिक ने कहा कि टीवी व कम्प्यूटर के सामने बैठने वाले बच्चों की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है जिस कारण उनमें तेजी से मोटापा बढ़ रहा है जो उनके भविष्य के लिए खतरे का संकेत है। टीवी एंव कम्प्यूटर ने बच्चों में शारीरिक कार्यक्षमता में काफी कमी की है। उन्होंने बताया कि ह्दय रोग से बचना है तो उसकी रोकथाम के लिए प्रारम्भ में ही उपचार लेना प्रारम्भ कर दिया जाना चाहिए ताकि बीमारी गंभीर रूप धारण करें उससे पूर्व उसे रोका जा सके। बचाव,जंाच एंव उपचार से ही ह्दय रोग से बचा जा सकता है। प्रारम्भ में संस्थापक अध्यक्ष डॅा. सुन्दरलाल दक ने संस्था के कार्यक्रमों की जानकारी दी। समाजसेवी किरणमल सावनसुखा, रणजीतसिंह सरूपरिया, महेन्द्र वर्डिया, हनुमानसिंह ने शिव प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया। डॅा. कौशिक का परिचय डॅा. शैलेन्द्र हिरण ने दिया। अंत में समिति उपाध्यक्ष प्रकाश वर्डिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।