मेले की बिक्री साढ़े तेबीस लाख पहुंची
Udaipur. रूडा (रूरल नॉन फार्म डवलपमेंट एजेंसी) की ओर से टाऊनहॉल में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला ‘गांधी शिल्प बाजार 2013’ में जनता के बढ़ते रूझान के कारण 4 दिनों में मेले की बिक्री साढ़े तेबीस लाख पार कर गई। इससे व्यापारियों में काफी हर्ष देखा जा रहा है।
मेले में विश्व प्रसिद्ध खुरजा पोटरी स्टॉल पर जनता की काफी भीड़ देखी जा रहा है। कारण यह है कि यह सिरेमिक्स यानि चीनी के मिट्टी से बने रंग-बिरंगे बर्तन जनता को काफी आकर्षित कर रहे है। खुरजा में 1100 फैक्ट्रियां कार्यरत है जहां बनने वाली उच्च गणवत्ता युक्त चीनी मिट्टी के बर्तन सहित पॉटरी पूरे विश्व में निर्यात होती है। सुल्तान अहमद ने बताया कि पिछले 15 वर्षो से चीनी की मिट्टी के बर्तन बनाकर जगह-जगह बेच रहे है। इनमें मुख्य रूप से जनता द्वारा चाय मग, कॉफी मग, फुटबॉल मग, बच्चों के लिए बेबी सेट, डिनर सेट, टी-सेट, माइक्रो वेव ऑवन बर्तन, दही की हांडी, फ्लावर पॉट, सूप बॉल, कम सोसर, मेगी मग, अचार के लिए पिगल सेट पसन्द किये जा रहे है। इस बार ये यहां 20 रूपये से लेकर 1200 रूपये तक के आइटम लेकर आये है।
खुरजा की पोटरी मे अब हाथ से बारीक पेन्टिग किये जाने से वे घरों का मुख्य आकर्षण का केन्द्र बनती जा रही है। खुरजा की पोटरी का महत्व इससे भी ओर बढ़ जाता है कि इसके एक निर्माता को राष्ट्रपति पदक तक मिला हुआ है। इस पोटरी में मन लुभाने वाले नाना प्रकार के रंगों का उपयोग होने लगा है। रूडा के दिनेश सेठी ने बतया कि जनता के बढ़ते रूझान के कारण मेले में रंगत छाने लगी है। जिससे व्यापारियों में उत्साह का संचार हुआ है।