Udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संघटक मात्स्यकी महाविद्यालय व राज्य जल कृषि संस्थान में झालावाड़ से आए 25 मत्स्य कृषकों का आत्मा परियोजना के अंतर्गत अंतर राज्यीय प्रशिक्षण का समापन मात्स्यकी महाविद्यालय में हुआ।
अध्यक्षता महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. विमल शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि डॉ. एल. एल. शर्मा पूर्व अधिष्ठाता थे। झालावाड़ के मत्स्य विकास अधिकारी इशरत तारीक ने बताया कि कृषकों के समूह में 20 पुरुष व 5 महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान कृषकों को महाविद्यालय के प्रोफेसरों एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मत्स्य पालन की नवीनतम तकनीक की जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॅा. सुबोध शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. शर्मा ने कृषकों से नवीनतम तकनीक अपनाकर मत्स्य पालन कार्य को आगे बढ़ाने हेतु आग्रह किया। डॉ. एल. एल. शर्मा ने कृषकों को मत्स्य उत्पादन में वृद्वि करने हेतु कई मूल्यवान सुझाव दिये। तारीक ने विश्वविद्यालय प्रशासन, महाविद्यालय के अधिष्ठाता व अन्य प्रोफेसरों तथा विभागीय अधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने में सहयोग करने पर आभार प्रकट किया।