सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक गीतों व नृत्यों की रही धूम
5 दस्तकार पुरस्कृत
Udaipur. राज्य सरकार के ग्रामीण गैर-कृषि विकास अभिकरण (रूडा) एंव विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) भारत सरकार, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला ‘गांधी शिल्प बाजार 2013’ का समापन हुआ। अंतिम दिन जनता की आशानुरूप खासी भीड़ रही। मेले में कुल 78 लाख रूपयें की बिक्री हुई। अंतिम दिन रूडा की ओर से दस्तकारों व श्रेष्ठ स्टॉलों को पुरस्कृत किया गया।
विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) भारत सरकार के अशोक मीणा व रूडा के दिनेश सेठी ने बताया कि पिछले दस दिनों में जनता के मिले अपार सहयोग के कारण मेले में खासी रौनक रही। मेले में जनता ने बेजोड़ कलाकृतियां, रंग-बिरंगे परिधान, बांस व बेंत के फर्नीचर, लखनऊ के चिकन परिधान, तिरुपति का काष्ट कार्य, सिल्क साडिय़ां, पोकरण का टेराकोटा, कश्मीर के पश्मीना शॉल, गुलाबी नगरी की ब्लू पॉटरी, सहारनपुर का फर्नीचर, खुर्जा की पॉटरी, बनारस की साडिय़ां, राजघराने की परंपरागत हस्तीछपाई, कुंभकारी कला, चमड़े व पत्थर की कलात्मक वस्तुओं की खरीददारी की जिस कारण मेले में कुल 78 लाख की बिक्री हुई। अंतिम दिन खासी भीड़ रहने के कारण दस्तकारों के चेहरे पर देखने को मिली। समापन पर आयोजकों की ओर से 5 दस्तकारों टेराकोटा के कन्हैयालाल, साधन दत्ता के के सुकल्याण गांगुली, चंदेरी सिल्क साड़ी के मध्यप्रदेश से आये शहादत अली व बगरू प्रिन्ट्स के हनुमान सहायक को अशोक मीणा द्वारा पुरस्कत किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में रही लोक गीतों व नृत्यों की धूम-इससे पूर्व कल रूडा व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मेला प्रांगण में ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आये लोक कलाकारों ने एक से बढक़र प्रस्तुति देकर माहौल मे समां बांध दिया। मांगणिया कलाकारों द्वारा ‘केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देस..’, बांरा जिले के कलाकार भगवानसिंह व उनके दल ने पारम्परिक वेशभूषा में ‘रंग लाग्यो म्हारे रंग लाग्यो..’ लोक गीत पर चकरी नृत्य, बंदी के कलाकारों हरीसिंह नागर एण्ड पार्टी ने अलगोजा वाद्य पर नृत्य, गोगुन्दा के कालूदास एण्ड पार्टी ने 13 ताली लोक गीत ‘म्हारो हेलो सुणो जी रामा पीर..’ पर नृत्य की शानदार प्रस्तुति देकर उपस्थित सैकड़ो दर्शकों की तालियां बटोरी। जोधपुर के लंगा बंधु पारसनाथ एंव साथियों ने ‘निंबुड़ा-निंबुड़ा..’ गीत पर,अलवर के फारूक भाई एण्ड पार्टी ने भपंग वाद्य पर लोक गीत सहित पिल्म दो आंखे में भपंग वाद्य पर बजाये गई धुन की भी यहां प्रस्तुति दी। कलाकार प्रेमप्रकाश द्वारा साईकिल की दो रिंग के साथ विष्णुचक्र नृत्य की प्रस्तुति पर दर्शकों ने दांतों तले अगुंलियां दबा ली।