Udaipur. निस्संतानता का निवारण आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से संभव है। इसकी जड़ी बूटियों से स्त्री -पुरुषों में बंध्यत्व निवारण हो सकता है। यह जानकारी आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदिच्य ने दी।
राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय में निसंतानता निवारण शिविर में 28 से 45 वर्ष तक की निःसंतान महिलाएं इलाज कराने आ रही है जिनको सफलता मिल रही है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगो का रूझान बढ़ रहा है। शिविर में डॉ. राजीव भट्ट, चिकित्सालय स्टॉफ रूकमणी कलासुआ, रूकमणी परमार, अमृतलाल परमार, इन्दिरा डामोर, रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र कुमार एवं अन्य पेरामेडिकल स्टॉफ ने अपनी सेवाएं दी। औदीच्य ने बताया कि 3 अप्रेल को निःशुल्क थायराईड रोग निवारण शिविर लगाया जायेगा।