विट्टी इन्टरनेशल स्कूल में हुए आचार्यश्री के प्रवचन
udaipur. श्रद्धा पूर्वक की गई साधना पवित्र से पावन बना देती है, कंकर से शंकर बना देती है। नर से नारायण बना देती हे। शव से शिव बना देती है। जब पाषाण भी मंत्र के प्रभाव से परमात्मा बन जाता है तब इंसान भी यदि श्रद्धा पूर्वक मंत्र का जाप करे तो इसके प्रभाव से अवश्य ही वह भगवान बन सकता है।
जिस प्रकार फूल के बिना सुरभी नहीं होती, दीप के बिना ज्योति नहीं होती, उसी प्रकार णमोकार मंत्र की श्रद्धा के बिना अनुभूति नहीं होती। यदि हृदय के भाव सच्चे हैं, मन में अटूट श्रद्धा है तो मंत्र का अशुद्ध उच्चारण भी हानिकारक नहीं होता। पवित्र अवस्था हो या अपवित्र शरीर, यदि मन और आत्मा पवित्र है तो गुरू का आशीर्वाद व मंत्र का उच्चारण शीघ्र फलदायक होता है। उक्त विचार आचार्य सुकुमालनन्दी महाराज ने रविवार को विट्टी इन्टरनेशन स्कूल में णमोकार महा मंत्र बैंक द्वारा आयोजित कार्यक्रम के तहत धर्मसभा में व्यक्त किये। आचार्य ने कहा कि सब का साक्षात्कार करने के लिए श्रद्धा बहुत आवश्यक है। बिना विश्वास श्रद्धा के औषधि कारगर नहीं होती, उसी प्रकार बिना श्रद्धा के भक्ति भी कारगर नहीं होती।
सभा से पूर्व भुवाणा से विहार कर आचार्यश्री ने जैसे ही विट्टी इन्टरनेशनल स्कूल में प्रवेश किया तो वहां पहुंचे सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने आचार्यश्री के जयकारे लगाते हुए स्वागत किया। धर्मसभा में सभी णमोकार मंत्र लिखने वाले व प्रेरकजनों का विशिष्ट सम्मान किया गया।
आचार्यश्री ने ओम् में णमोकार महामंत्र का समावेश बताया तथा णमोकार महामंत्र जाप से किस प्रकार स्वास्थ्य लाभ भी होता है, उसका वैज्ञानिक विश्लेषण भी किया। णमोकार महा मंत्र संचालन समिति के कोषाध्यक्ष रमेश वेद ने बताया कि 400 व्यक्तियों को स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सभा में सम्मानित किया गया।
विट्टी इन्टरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर, णमोकार महा मंत्र बैंक संचालन समिति उदयपुर की अध्यक्ष प्रीति सोगानी ने बताया कि 1 करोड़ 12 लाख 39 हजार जाप्य इस महीने में विभिन्न श्रद्धलुओं द्वारा किये गये। समारोह में इन्दौर, अहमदाबाद, नावां सिटी, कलकत्ता, जयपुर, जोधपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, मुम्बई आदि शहरों से कई श्रद्धालु समारोह में उपस्थित हुए।
आचार्य का केशलौंच : भुवाणा स्थित गवरी चौक में 1 अप्रेल सोमवार को आचार्यश्री सुकुमालनन्दी महाराज का भव्य कैशलोच समारोह होगा। समारोह में सभी जाति, सम्प्रदाय के श्रद्धालू शामिल होंगे। भुवाणा में किसी सन्त का पहली बार कैशलौचन समारोह होने से क्षेत्रवासियों में समारोह के प्रति अति उत्साह है। समारोह का प्रात:कालीन सत्र प्रात: 8 बजे प्रारम्भ हो जाएगा। आचार्यश्री स्वयं अपने हाथों से सिर, दाढ़ी, मूंछ के बालों को उखाड़ेंगे। इसके बाद आचार्यश्री का मार्मिक प्रवचन होगा। इस अवसर पर विभिन्न कवियों द्वारा काव्य पाठ भी किया जाएगा। साथ ही संगीतकारों के माध्यम से भजनों के स्वर भी गूंजेंगे जिससे वातवावरण पूर्ण रूप से भक्ति के सागर में डूबा रहेगा।
समारोह स्थल पर आने के लिए बसों की व्यवस्था: कैशलौचन स्थल भुवाणा स्थित गवरी चौक तक पहुंचने के लिए विट्टी इन्टरनेशनल स्कूल की ओर से 8 बसों की व्यवस्था की गई है। यह बसें प्रात: 7.30 बजे से सेक्टर- 11, सेक्टर- 14, आयड़, बेदला, मण्डी की नाल (देहलीगेट), अशोक नगर, सर्वऋतुविलास व सुखेर क्षेत्रों में उपलब्ध रहेंगी। समारोह में बाहर से भी कई श्रद्धालू आएंगे। कैशलौचन के बाद आचार्यश्री का कैशलौचन पर ही विशेष मार्मिक प्रवचन होगा।