डायबिटीज की जांच 6 को
Udaipur. डॉ. शोभालाल औदीच्य ने कहा कि प्रतिस्पर्धात्मन युग में व्यक्ति की महत्वाकांक्षाएं काफी बढ़ गई हैं जिससे छोटे बच्चे भी मां-बाप की महत्वाकांक्षाओं के शिकार होकर मानसिक तनाव मे रहते है और नित नये-नये रोग का जन्म हो रहा है। इसी तरह थायराइड भी अत्यधिक मानसिक तनाव जन्य रोग है। अतः तनावरहित जिन्दगी से थायराइड से बचाव संभव है।
वे यहां राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में बुधवार को आयोजित थाइराइड रोग निवारण शिविर में मरीजों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंयने बताया कि आयुर्वेद में बताई दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन करने के साथ ही खाने मे बैंगन, सिंघाडा, जामुन आदि बैंगनी रंग की वस्तुओं मे आयोडिन होता है। साथ ही पानी की कठोरता कम करने हेतु अजवाईन का नित्य प्रयोग करने से एवं बोर की जड़ को दूध के साथ एवं विदारिकन्द की जड को दूध के साथ उबाल कर पीने से थाईराइड रोग से बचा जा सकता है। शिविर मे डॉ. राजीव भट्ट एवं नर्स रूकमणी कलासुआ, रूकमणी परमार, अमृतलाल परमार, इन्दिरा डामोर, शंकरलाल, रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र आमेटा ने सेवाएं दी।