Udaipur. नारायण सेवा संस्थान ने गुरूवार को सेवा महातीर्थ बड़ी में दुर्गाष्टमी पर 701 निशक्त कन्याओं का महापूजन किया गया। ये सभी कन्याएं निशक्त व पोलियो ग्रस्त हैं और इनमें से अधिकतर के ऑपरेशन नवरात्रा में ही हुए।
इस दौरान कन्याओं के माता-पिता भी उनके साथ थे। देवी शक्ति स्वरूपा कन्याओं को संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल व साधिकाओं ने भक्ति भाव से भोजन कराया व बाद में पूजन सामग्रियों से सज्जित चौकियों के समक्ष आसनों पर विराजमान करवाया। कन्याएं राजस्थान, पं. बंगाल, उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखण्ड व नेपाल सहित विभिन्न भागों से यहां निशुल्क ऑपरेशन के लिए आई थी। कन्याओं को हलवा और पूड़ी परोसी गई। फिर माता की लाल चुनरी ओढ़ाई गई और उपहारस्वरूप पोशाक व प्रसाधन सामग्री भेंट की गई। संस्थान संस्थापक कैलाश ‘मानव’ निदेशक वंदना अग्रवाल, जगदीश आर्य व देवेन्द्र चौबीसा ने पं. हरीश शर्मा के आचार्यत्व में हवनपूर्वक माता का आह्वान कर कन्याओं का महापूजन किया। मानव ने कहा कि वर्तमान समाज के कई लोग नासमझी के कारण बेटी की तुलना में बेटे को महत्व देते हैं। यही वजह है कि कन्या भ्रूण हत्या और महिला अत्याचार जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में संस्थान 701 कन्याओं का पूजन कर यह संदेश देना चाहता है कि हम बेटियों को समाज में आगे बढ़ाएं और सम्मान करें। मुख्य अतिथि डॉ. विजय लक्ष्मी चौहान व अन्य अतिथियों ने 108 दीपकों से माता स्वरूप इन कन्याओं की महाआरती की।
मूक-बधिर किशोरों के लिए प्रशिक्षण
बड़ी में संस्थान के ‘अपना-घर’ में रहने वाले मूक-बधिर किशोरों के लिए आईसीआईसीआई फाउण्डेशन के सहयोग से 3 माह का निशुल्क आर्टिफिशयल ज्वेलरी निर्माण का त्रैमासिक प्रशिक्षण प्रारम्भ हुआ। निदेशक वंदना अग्रवाल ने बताया कि उद्घाटन संस्थापक कैलाश ‘मानव’ व डॉ. विजयलक्ष्मी चौहान ने किया। आईसीआईसी फाउण्डेशन के आर. के. बोल्या ने संस्थान में निशक्तजनों के लिए चल रहे विभिन्न प्रशिक्षणों की विस्तृयत जानकारी दी।