Udaipur. श्याम प्रभु रीत अनुसार प्रथम पूज्य गणपति-सालासर हनुमान-महादेव एवं खाटू श्याम नरेश की पूजा आह्वान व महाआरती से शुरू हुई खाटू श्याम संध्या में भजन गायकों ने अनुपम स्वर बिखेरे। भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। शनिवार शाम धानमंडी में खाटू श्याम की भजन संध्या का आयोजन किया गया था।
गायक व मंच संचालक सुरेश जोशी, आनन्द शर्मा एवं गायिका दुर्गा जोशी ने जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरि, खाटू धाम विराजत अनुपम रूपधरे… आरती कीजे हनुमान लला की तथा सरस्वती वन्दना से प्रभु को रिझाया। सूरत के प्रसिद्ध गायक सुरेश जोशी अब तक 700 से भी अधिक भजनों की एलबम प्रकाशित हो चुकी है। दामिनी एवं केसर सीरियल में काम किया है आज उन्होंने हनुमानजी माता जी भोलेनाथ एवं श्याम बाबा पर.. लाज मेरी पत रखीयो बनाए बाबा भोले शंकर.. मेरे शीश के दानी का सारा जग में डंका बाजे… हमें तो खाटू जाना जी, बुलावा आये या ना आये… दुनिया मे देव हजारो है, बजरंग बली का क्या कहना… ओ पालन हारे, निगुर्ण और न्यारे तुम्हरे बिन हमरा कोई नहीं … तथा हारे का तुमहौं सहारा सांवरे, भक्तों ने तुझको पुकारा सांवरे… गाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।
वृंदावन के प्रसिद्ध गायक आनन्द शर्मा ने एक के बाद एक भजनों की लड़ी लगा दी उन्होंने हम गरीबों को तू है सहारा…. राखोगे लाज मेरी…. खाटूवाला – खाटूवाला ये लीले घोड़े वाला… बजाओ श्याम नाम की ताली… मेरी नाव पड़ी मझदार…. नैनम् में श्याम समाग्यो तथा धमाल सुनाकर धमाल मचाई। मेवाड़ धरा के युवा यशस्वी संत कृष्णावतार आभा एवं मुखमण्डल वाले तेजस्वी संत रोहित गोपाल ”भैय्याजी“ के द्वारा विश्व की सबसे बड़ी गोशाला जो पैंतीस सौ बीघा भूमि पर मन्दसौर के पास रूणीजा धाम में संचालित है। सुमधुर वाणी के धनी ”भैय्याजी“ जब अपने विशेष अन्दाज में नाचते-गाते-झूमते रजत बांसुरी से कृष्ण धुन बजाते भक्तों के बीच पहुंचते है तो ऐसा आभास होता है कि कलयुग में कृष्ण प्रतिरूप धरा पर उतर आये हों। उन्होंने तड़के तक अनेक प्रस्तुतियां दे भक्तों को भक्ती रस के समुन्दर में डुबकियां गोते लगवाए। देर रात चली भजन संध्या में भक्तों ने नाच-गाकर झुम-झुमकर हाथ लहरा तालियां बजाई, ठुमके लगाये। बाबा के जयकारे-खाटू नरेश जी जय-हारे के सहारे की जय लख दाता की जय। तीण बाण धारी की जय से मण्डी की गुजांयमान कर दिया। खाटू श्याम एवं हनुमान आरती से संध्या का समापन हुआ।
इस अवसर पर राजेश दया, राजकुमार दया, ओमप्रकाश साहू, अनिल मगरूण्डीया, विजय पण्डीयार नरेश गुप्ता, श्याम सुन्दर गोयल, नारायण अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, अशोक काबरा, दीपक खण्डेलवाल, लोकेश पण्डीयार, भरत साहू, प्रकाश पंवार, लखन साहू आदि अनेक श्याम भक्तों ने सेवाएं प्रदान की।