Udaipur. जय बोलो महावीर की, एक दो तीन चार-महावीर की जय जयकार जैसे उदघोषों से मंगलवार को लेकसिटी गूंज उठी। जहां इस बार महावीर जयंती पर सात दिनी कार्यक्रम हुए और महावीर जैन परिषद के अथक प्रयासों से सकल जैन समाज की एक शोभायात्रा निकालने का कार्यक्रम तय था लेकिन कुछ जगह अलग अलग शोभायात्राएं निकाली गईं।
सुबह से भगवान महावीर के जयकारे सुनाई देने लगे। जैन मंदिरों में कीर्तन, आराधना का दौर शुरू हो गया। फिर सुबह 8.30 बजे पूरा शहर महावीर की श्रद्धा में डूब गया। भगवान महावीर की जयंती पर महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में सकल जैन समाज की ओर से टाउनहॉल से शोभायात्रा निकाली गई। नगर निगम प्रांगण स्थित टाउनहॉल से यात्रा का ध्ववजारोहण जीवनसिंह मेहता ने किया।
शोभायात्रा में सबसे आगे एस्कॉर्ट करती जीप चल रही थी। पीछे हाथी, ऊंटगाड़ी में शहनाई वादक, 31 बाइक सवारों की रैली, जैन पताका लिए घुड़सवार, जेल बैंड, रथ आदि चल रहे थे। इनके पीछे घोष दल बैंड सहित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी बैंड पर स्वर लहरियां बिखेर रहे थे। फिर विभिन्न संगठनों द्वारा तैयार 21 झांकियां चल रही थीं। झांकियों में कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने व नशामुक्ति के संदेश दिए गए थे। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि नारे लगा रहे थे। पुरुष जहां श्वेत वस्त्र में सवार थे वहीं महिलाएं केसरिया वस्त्रों में शामिल हुई। बीच में भजन मंडली कीर्तन कर रही थी।
शोभायात्रा टाउनहॉल से रवाना होकर सूरजपोल, बापू बाजार, देहलीगेट, तीज का चौक, मंडी की नाल, भड़भूजा घाटी, सर्राफा बाजार, घंटाघर, मोती चोहट्टा, मालदास स्ट्रीट, बड़ा बाजार होते हुए पंचायती नोहरे पर संपन्न हुई। इससे पहले सूरजपोल से देहलीगेट तक यात्रा का बापू बाजार जैन व्यवसाय संघ की ओर से स्वागत किया गया। जुलूस इतना बड़ा था कि पहला सिरा सिंधी बाजार के मुहाने पर था तो दूसरा सिरा मालदास स्ट्रीइट से होकर घूमकर आ चुका था और दोनों सिरे आसपास मिल गए। वहां से फिर हाथी को आगे कर जुलूस पंचायती नोहरे की तरफ घुमाया गया। शोभायात्रा में शामिल हजारों जैन समाजजनों और स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों ने शहर को महावीर के जयकारों से गुंजायमान किया।
भुवाणा में अलग शोभायात्रा निकाली गई जो 100 फीट रोड होते हुए महाप्रज्ञ विहार पहुंची।