ग्रामीण युवाओं ने लिया स्वरोजगार प्रशिक्षण
Udaipur. राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम, जयपुर द्वारा प्रायोजित एवं विद्या भवन पॉलीटेक्निक महाविद्यालय, उदयपुर द्वारा आयोजित हाउस (घरेलू) वायरिंग का 30 दिवसीय (आवासीय) प्रशिक्षण का समापन बुधवार को विद्या भवन पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के सभागार में हुआ।
समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध कैरियर काउंसलर व शिक्षाविद्, दिलीप टांक ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि कोई भी काम छोटा नहीं होता। हुनरमंद व्यक्ति कहीं भी काम करे, अपनी आजीविका आराम से चला सकता है। तकनीकी कार्य का हुनर जीविका का स्थायी साधन बनता है। अध्यक्षता करते हुए संस्था प्राचार्य अनिल मेहता ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि बाजार में दक्ष इलेक्ट्रिशियन एवं टेक्निशियन की भारी जरूरत है। उद्योगों में भी बड़े पैमाने पर मांग है। प्रशिक्षणार्थी अपने प्राप्त दक्षता के ज्ञान से स्वरोजगार अथवा नौकरी प्रारम्भ कर सकते हैं। प्रशिक्षण समन्वयक सुधीर कुमावत ने बताया की 30 दिन चले प्रशिक्षण में प्रशिक्षाणार्थियों को विषय संबधित सैद्धान्तिक व प्रायोगिक कार्य के साथ साथ व्यापार, उद्यमिता विकास प्रबधन पर भी विशेष व्याख्यान कराए गए। कार्यक्रम में प्रशिक्षक कमलेश कुमावत, गौरव टांक, उमाशंकर जोशी, मधु बोर्दिया व प्रशिक्षणार्थियों ने भी विचार व्यक्त किए। मुख्य अतिथि टांक ने प्रत्येक प्रशिक्षाणार्थी को सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रमाण पत्र एवं 1500 रुपए का टूल किट प्रदान किया गया।