Udaipur. गुडि़या और दामिनी, देश में ये दो नाम ऐसे फैल गए हैं कि हर मां-बाप का दिल घबराने लगा है। दोनों के साथ अलग अलग घटनाओं में व्यभिचारियों ने जो कुकर्म किया, अगर दोनों एक साथ मिल जाती तो क्या कहतीं… यह अपनी नाट्य कला से दर्शाएंगे नाट्यांश एवं कर्माश्रम के कलाकार।
कर्माश्रम की सुरभि खत्री एवं रेखा सिसोदिया ने बताया कि दोनों संस्था ओं के संयुक्तर तत्वाशवधान में रविवार शाम 6 बजे फतहसागर की पाल पर एक नुक्कटड़ नाटक ‘आखिर कब तक’ का मंचन होगा जिसमें समाज एवं मानवता की व्यवस्था के विरुद्ध महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों व बलात्कारों पर अंकुश की मांग की जाएगी। साथ ही इसके माध्यम से हमारे यहां की व्यवस्था की कमियां भी बताई जाएगी।